जम्मू कश्मीर में बीते कुछ दिनों से हो रही 'टारगेट किलिंग' के सन्दर्भ में एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान भारत में बड़ा आतंकी हमला कराने के लिए भारत में नए आतंकी संगठन खड़े कर रहा है। इसी के तहत पाकिस्तान ने यूनाइटेड लिब्रेशन फ्रंट-जम्मू एंड कश्मीर (यूएलएफ जेके) नाम के एक संगठन को भी खड़ा किया है, जिसने हाल ही में एक पत्र लिखकर बीते दिनों हुए टारगेट किलिंग की जिम्मेदारी ली है, और साथ ही साथ गैर-मुस्लिमो को घाटी खाली करने की चेतावनी भी दी है।
पत्र में लिखा है कि, कश्मीर के बेगुनाहो और मासूम लोगो पर भारतीय सेना जो जुल्म कर रही है, उसी के परिणामस्वरूप हम गैर-मुस्लिमो को मौत के घाट उतार रहे है। साथ ही पत्र में लिखा है कि अगर भारतीय सेना ने ऐसा करना बंद नहीं किया तो यूएलएफ जेके बड़े राजनेताओ और समूचे जम्मू कश्मीर को अपना निशाना बनाने से नहीं चूकेंगा।
पाकिस्तान तैयार कर रहा नए आतंकी संगठन
दरअसल, कुछ दिन पहले श्रीनगर में आतंकियों ने सात अक्तूबर को प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चांद की हत्या की थी। पहले इन शिक्षकों की हत्या की जिम्मेदारी नए आतंकी संगठन ‘गिलानी फोर्स’ ने ली थी। हालांकि उससे पहले आतंकी संगठन 'लश्कर-ए-तैयबा' की नई शाखा 'द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने इन हत्याओं की जिम्मेदारी ली थी। जम्मू कश्मीर पुलिस की इंटेल शाखा से जुड़े एक विश्वस्त सूत्र का कहना है कि पाकिस्तान ने अब अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से बचने के लिए नया गेम प्लान तैयार किया है।
आतंकी संगठन ने खुद को बताया 'फ्रीडम फाइटर'
बिहार के दो युवको को मौत के घाट उतारने के बाद यूएलएफ जेके ने लिखे पत्र में खुद को फ्रीडम फाइटर बताया है और साथ ही साथ ये भी लिखा कि बिहार में हिन्दू चरमपंथ ने मुस्लिमो की लिंचिंग की, इसके कारण ही उन्होंने कश्मीर में रह रहे लोगो को मारा।
पाकिस्तान कर रहा चालाकी
जम्मू कश्मीर मामलों के सिक्योरिटी एक्सपर्ट कैप्टन अनिल गौर (रिटायर्ड) कहते हैं, पाकिस्तान ने अब जो चाल चली है, उसमें वह यह साबित करना चाह रहा है कि कश्मीर में जो किलिंग हो रही हैं, वह उनका आतंरिक मामला है। पाकिस्तानी आईएसआई का प्रयास है कि इस तरह के छोटे आतंकी समूहों के द्वारा किलिंग करा कर उसे हिंदु मुस्लिम की लड़ाई बना दिया जाए। इससे अंतरराष्ट्रीय पटल पर पाकिस्तान खुद को आतंक से दूर होने की बात को प्रभावी तरीके से साबित करने का प्रयास करेगा।