बिहार में नीतीश की सरकार बनते ही बीजेपी नीतीश के मंत्रियों की कुंडली खंगालने में लग गई है। जहां सबसे पहले बीजेपी की इस लिस्ट में कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह का नाम सामने आया जिसके बाद दूसरा नाम कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का सामने आया। इससे नीतीश की गठबंधन वाली सरकार में अंतर्कलह की भी खबरे सामने आ रही है।
हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि नीतीश कुमार की विधायक बीमा भारती ने बगावती सुर अपना लिया है। बीमा मंत्री पद नहीं मिलने से नाराज चल रही हैं। वहीं बीमा भारती की नाराजगी पर जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने बीमा भारती को भी 2014 और 2019 में मौका दिया था और इस बार दिया। यह संभव नहीं है कि पार्टी में जितने लोग हैं वो सभी मंत्री बनें।
सीएम ने कहा कि मुझे आश्चर्य हुआ है कि इस तरह से कौन बोलता है? लेशी सिंह को जो कुछ भी दिया गया है वो बिल्कुल ठीक है। अगर पार्टी से कोई इस तरह का बयान देता है तो पहले समझाया जाएगा और पूछताछ की जाएगी लेकिन अगर किसी को इधर-उधर का मन है तो वो अपना सोचें। बीमा भारती को जरूर कोई उकसा रहा है इसलिए ऐसा बयान दे रही है।
वहीं बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के पास हमें बदनाम करने के अलावा और कोई काम नहीं है। जिस दिन से हमने राज्य के लोगों को 10 लाख नौकरियां देने की घोषणा की है, वे असहज हो गए हैं। वहीं तेजस्वी ने कार्तिकेय सिंह के ऊपर लगे आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा बेबुनियाद आरोप लगा रही है। कार्तिकेय सिंह बिल्कुल निर्दोष हैं।