भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मैन्युफैक्चरर्स से कहा है कि वो सस्ते ई-वाहन (E-Vehicles) बनाएं. उन्होंने कहा कि वाहन निर्माता इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत घटाएं. उन्होंने कुछ समय तक मुनाफ कमाने को भूल जाने का आह्वाहन किया भी किया है. गडकरी ने कहा, जब तक देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की भारी डिमांड नहीं पैदा होती है, तब तक ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्रस को लाभ के बारे में नहीं सोचना चाहिए. भारत के पास वर्ष 2025 तक इलेक्ट्रिक वाहन का वैश्विक केंद्र बनने की क्षमता है.
गडकरी ने कहा, कच्चे तेल के आयात को कम करने और देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्रस को हर संभव मदद देने को तैयार है. गडकरी ने बताया कि दिवाली के बाद देश के चीफ जस्टिस के सामने ई-वाहन पर घंटेभर लंबी प्रस्तुति देने के लिए उन्होंने एक योजना बनाई है. गडकरी ने कहा, ई-ट्रांसपोर्ट भविष्य में सबसे सस्ते यातायात के साधन होंगे. इसलिए ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्रस के लिए यह आर्थिक रूप से व्यावहारिक है, लेकिन अभी उनमें इसकी लागत कम करने की इच्छा नहीं दिखती है.गडकरी ने कार बनाने वाली कंपनियों से कहा कि आगे आने का सही समय है. देश में कच्चा माल उपलब्ध है और बिजली की दरें कम हो रही हैं. आपके दोनों हाथों में लड्डू हैं. उन्होंने कंपनियों को नौकरशाही की उलझनों से बचने के लिए भी आगाह किया. गडकरी ने कहा बैटरी, चार्जिंग की सुविधा और अन्य मुद्दे ग्राहकों को ई-वाहन अपनाने से रोकेंगे, लेकिन इन मुद्दों का समाधान तेजी से किया जा रहा है.