गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेमिंग जोन अग्निकांड की जांच SIT करेगी। एडीजीपी सीआईडी क्राइम सुभाष त्रिवेदी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय SIT का गठन किया गया है। सनद रहे कि शनिवार को आग लगने से 30 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने गेम जोन के संचालक, मालिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि राजकोट में बहुत ही दुखद दुर्घटना हुई है, जिसमें अनेक बच्चों की जान गई है। शनिवार रात को ही एसआईटी का गठन किया गया है जो मामले की जांच करेगी। संचालक और मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने क्या बताया?
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गेमिंग गतिविधियों के लिए निर्मित फाइबर के एक ढांचे में शाम करीब साढ़े 4 बजे आग लग गई। उन्होंने बताया कि शव पूरी तरह से जल गए हैं और उनकी शिनाख्त करना मुश्किल है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नाना-मावा रोड स्थित गेम जोन में यह हादसा उस समय हुआ जब बच्चों सहित कई लोग खेल रहे थे।
मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी गई है
राजकोट के जिलाधिकारी प्रभाव जोशी ने कहा कि गेम जोन में आग लगने की सूचना अग्नि नियंत्रण कक्ष को शाम करीब 4:30 बजे मिली। आग बुझाने के लिए दमकल गाड़ियां और एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं। मलबा हटाया जा रहा है। हालांकि, भीषण आग लगने का सही कारण पता नहीं चल पाया है। राज्य सरकार ने मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी है।
प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा मिलेगा
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए और प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने घटना की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन भी किया है। आग लगने के बाद राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने मीडियाकर्मियों को बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी और शहर के सभी गेमिंग जोन को परिचालन बंद करने का संदेश जारी किया गया है।