नेपाल राष्ट्र की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद पर मुस्लिम भीड़ ने हमला किया है। यह हमला तब हुआ जब भाजपा नेता अक्षयवर लाल गौड़ एक हिन्दू परिवार में चल रहे मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। इस हरकत से वह हिन्दू परिवार भी प्रभावित हुआ है। हमलावरों में खातूने भी शामिल थीं। पुलिस ने शाहिद, नियाज, आलम, सगीर, के अलावा सन्नो बेगम, आसमा और सबीना को नामजद करते हुए FIR दर्ज कर ली है। इसी केस में 25-30 अज्ञात हमलावरों का भी जिक्र है। घटना रविवार (4 मई 2025) की है।
यह घटना बहराइच जिले के थानाक्षेत्र मोतीपुर की है। 4 अप्रैल को यहाँ रामसरोज पाठक ने थाने में तहरीर दी है। मोतीपुर निवासी रामसरोज ने बताया कि रविवार को उनके घर में जनेऊ संस्कार का कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में रामसरोज पाठक के तमाम परिजनों और रिश्तेदारों के साथ बहराइच से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद अक्षयवर लाल गौड़ भी शामिल हुए थे। जब पूर्व सांसद पाठक परिवार में जा रहे थे तब रास्ते में हुए अवैध कब्ज़े की वजह से उनकी गाडी ठीक से मुड़ नहीं पा रही थी।
यह अवैध अतिक्रमण मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा किया गया था। वाहन मोड़ने के दौरान मुस्लिम भीड़ ने पूर्व सांसद से गाली-गलौज की। जैसे-तैसे अक्षयवर लाल गौड़ पाठक परिवार में पहुँचे। अभी कार्यक्रम चल ही रहा था कि तभी लगभग 3 दर्जन की संख्या में मुस्लिम भीड़ वहाँ पहुँच गई। इस भीड़ में बुर्का और हिजाब वाली ख़ातूनें शामिल थीं। भीड़ ने जनेऊ संस्कार में शामिल लोगों को गालियां देते हुए हमला बोल दिया। लोग कुछ समझ पाते इस से पहले वहाँ अफरातफरी का माहौल बन गया।
मारो-मारो चिल्लाती भीड़ भाजपा पूर्व सांसद अक्षयवर लाल को खोज रही थी। जैसे-तैसे उनको एक कमरे में छिपाया गया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस को आता देख कर हमलावर भीड़ वापस लौटी। पिटाई से कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं। प्राथमिक उपचार के बाद पीड़ितों को छुट्टी मिल गई। रामसरोज पाठक ने पुलिस में तहरीर दे कर हमलावरों पर कड़ी कार्रवाई की माँग उठाई हुई। सुदर्शन न्यूज़ के पास FIR कॉपी मौजूद है।
रामसरोज की शिकायत पर पुलिस ने शाहिद मियाँ, शाहिद अली, नियाज़ अली, नैय्यारे आलम, सगीर उर्फ़ बाबू के साथ सन्नो बेगम, सबीना बेगम, आसमा को नामजद किया है। इसी केस में 25 से 30 अन्य हमलावरों को अज्ञात में दिखाया गया है। इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं में एक्शन लिया गया है। लैंड जिहाद व अन्य आरोपों के इस मामले में पुलिस जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कर रही है।