भाजपा का हाथ छोड़ समाजवादी पार्टी की साइकिल पर सवारी करने के लिए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या तैयार हो चुके हैं. आज स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने सैकड़ो समर्थकों तथा कुछ विधायक के साथ सपा की सदस्यता ग्रहण की. इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी हरपाल सिंह ने भी सपा की सदस्यता ली है। लाल पगड़ी पहनाकर सभी का स्वागत किया गया.
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने जब से उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद से ही उनके समाजवादी पार्टी में जाने की अटकलें लग रही थीं. साल 2016 में स्वामी प्रसाद मौर्य ने मायावती की बहुजन समाज पार्टी छोड़कर 2017 के यूपी चुनाव से पहले ही भाजपा का दामन थामा था.
मौजूदा विधानसभा चुनाव के लिहाज से बात करें तो मौर्य, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का मुकाबला करने के लिए ओबीसी वोटर्स को आकर्षित करने की बीजेपी की योजना कें केंद्र बिंदु थे लेकिन चुनाव के ठीक पहले बीजेपी छोड़कर वे सपा में शामिल हो गए. ये बीजेपी के लिए बड़ा झटका रहा. उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होने हैं. पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को और सातवें चरण का मतदान 7 मार्च को होगा. वहीं मतगणना 10 मार्च को होगी.
मौर्य ने कहा कि मैं जिसका साथ छोड़ता हूं उसका कहीं अता पता नहीं रहता है. बहन जी (मायावती) इसका जीता जागता उदाहरण हैं. वह बाबा साहब और कांशीराम के सिद्धांतो से हट गई थीं, उन्हे घमंड हो गया था. बहन मायावती ने दूसरा नारा दिया जिसकी जितनी तैयारी उसकी उतनी भागीदारी वह थैली वालों के साथ खड़ी हो गईं. बीएसपी तब नंबर 1 पर थी, बीजेपी 3 पर थी और जैसे ही मैंने बीएसपी छोड़ी बीजेपी आकाश चढ़ गई पर अब मैं उन्हें कहना चाहता हूं आपके बुरे दिन आ गए हैं. मेरे साथ कई लोग आ रहे हैं, इस्तीफा देने का सिलसिला चलता रहेगा.