बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात तूफान अम्फान अब सुपर साइक्लोन में बदल चुका है. जो अब तेज रफ्तार के साथ पश्चिम बंगाल और ओडिशा की तरफ बढ़ रहा है. मौसम विभाग का अनुमान है कि उफान पर पहुंचकर सुपर साइक्लोन तबाही मचा सकता है. साइक्लोन के खतरे को देखते हुए राज्य सरकारों के साथ-साथ केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार भी एक्टिव हो गई है. गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की और उन्हें केंद्र से हर संभव मदद पहुंचाने की बात कही.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम को गृह मंत्रालय और एनडीएमए के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. इस दौरान सुपर साइक्लोन से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया गया. पश्चिम बंगाल और ओडिशा में हालात की गंभीरता को देखते हुए गृह सचिव ने दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों से बात की.
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक यह चक्रवाती तूफान आज दोपहर से शाम तक बंगाल की खाड़ी से उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ सकता है. ये पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के बीच दिग और हटिया द्वीप समूह (बांग्लादेश) के पास सुंदरवन के हिस्सों को पार करता हुआ आगे बढ़ सकता है. इस प्रकार यह अपने भीषण रूप में परिवर्तित होगा. इससे तटिए राज्यों को नुकसान का खतरा है. इन राज्यों के लिए अगले 6 घंटे काफी अहम हैं.
इसके मद्दे नजर मौसम विभाग ने पूर्वी तटों के राज्य तमिलनाडु और पुडुचेरी से लेकर आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और आस-पास के तटीय इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं, ओडिशा के तटीय जिले हाई अलर्ट पर हैं.
वहीं, भारतीय मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में बने ताकतवर चक्रवाती तूफान अम्फान से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय जिलों में भारी नुकसान हो सकता है. उन्होंने कहा, अम्फान ओडिशा में 1999 में तूफान के बाद दूसरा सुपर साइक्लोन (चक्रवाती तूफान) है. 1999 के सुपर साइक्लोन ने 9 हजार से अधिक लोगों की जान ले ली थी.
उन्होंने कहा कि 700 किलोमीटर तक फैले और लगभग 15 किलोमीटर ऊंचाई वाला चक्रवात अम्फान अपने केंद्र में 220 से 230 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से घूम रहा है. जो तेज रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ रहा है, यह ओडिशा के पारादीप से 600 किलोमीटर दक्षिण में, पश्चिम बंगाल के दीघा से 750 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और बांग्लादेश के खेपुरा से करीब 1000 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित है.
चक्रवात तूफान को देखते हुए ओडिशा और पश्चिम बंगाल की सरकार ने जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार तटीय इलाकों से लोगों को बाहर निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है.
एनडीआरएफ के डीजी ने कहा कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल की तरफ से जो भी मांग की जा रही है, हम उसे पूरा कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की टीमों को पहले से तैनात कर दी गई हैं. इसके अलावा चार टीमों को तैयार यानी स्टैंड बाई पर रखा गया है. जबकि ओडिशा में 13 टीमें तैनात की गई हैं और 17 स्टैंड बाई पर रखा गया है. साथ ही आर्मी, एयर फोर्स, नेवी और कोस्ट गार्ड की टीमों को भी अलर्ट पर रखा गया है.