इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
कल सुदर्शन न्यूज़ पर बिंदास बोल में वैक्सीन जिहाद का मामला दिखाया गया था, जिसके बाद आज उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में इस तरह की घटना पर पहली FIR दर्ज हुई है। ANM निहा खान और प्रभारी चिकित्साधिकारी आरफ़ीन जेहरा के खिलाफ वैक्सीन को जानबूझकर बर्बाद करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
खबर का हुआ असर-
दरअसल अलीगढ़ के जमालपुर UPHC में कूड़ेदान में कोविड वैक्सीन की 29 लोडेड सिरिंज फेंकने वाली निहा खान पर कड़ी कार्रवाई हुई है। जमालपुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. आरफीन जेहरा व संविदा कर्मी एएनएम निहा खान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इन पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, महामारी अधिनियम का उल्लंघन, साजिश व गलत जानकारी देने का आरोप लगाया गया है।
ये है मामला-
पूरा मामला तब सामने आया जब अलीगढ़ के जमालपुर अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (UPHC) में निरीक्षण के दौरान कूड़ेदान में Covid-19 वैक्सीन से भरी 29 सिरिंज पाई गईं। इसके बाद मामले की सूचना तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भानु प्रताप कल्याणी को दी गई । जाँच के दौरान स्वास्थ्य केंद्र में उपस्थित अन्य स्टाफ ने बताया कि एएनएम निहा खान टीकाकरण करने के बजाय वैक्सीन से भरी सिरिंज तोड़कर कूड़ेदान में फेंक रही थी। इसके बाद जब स्टाफ ने निहा से बात की तो उसने कहा कि ‘मूड खराब’ है।
प्रशासन का भी हुआ ‘मूड खराब’-
वैक्सीन जिहाद के इस मामले पर प्रशासनिक तौर पर कार्रवाई करते हुए एएनएम निहा खान की संविदा समाप्ति व प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. आरफीन जेहरा की दो साल के लिए वेतन वृद्धि रोकते हुए तबादला किया गया है। डा. आरफीन की जगह शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महफूजनगर की संविदा चिकित्सक डा. उस्मे ऐमन को नियुक्त किया गया है।