मध्य प्रदेश के धार में ईद मिलाद उन नबी के मौके पर अराजक भीड़ ने हुडदंग शुरू कर दिया. प्रतिबंधित क्षेत्र से जुलूस निकाल रहे लोगों ने पुलिस की ओर से पहले से लगाए गए बैरिकेड्स को गिरा दिया. जब पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो जुलूस में शामिल लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. थोड़ी देर में पुलिस और जुलूस में शामिल लोगों के बीच झड़प हो गई और भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया.
पुलिस ने पहले लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन उपद्रव बढ़ा तो अराजक भीड़ को लाठियों से खदेड़ा गया. गौरतलब है कि मिलाद-उन-नबी के जुलूस पर कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ही मनाने के निर्देश दिये गए थे, और मोहल्ले में ही जुलूस निकालने की अनुमति दी गई. बावजूद इसके बड़ी संख्या में लोग जमा होने लगे. पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश करने लगी.
इस दौरान भीड़ नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ने लगी, जिसे रोकने के लिए पुलिस ने हिदायत दी लेकिन लोग नहीं माने. भीड़ उग्र होने लगी और अचानक से धार एसपी आदित्य प्रताप सिंह के ऊपर पथराव कर दिया. जब मामला हाथ से बाहर चला गया तो प्रदेश पुलिस को मौके पर लाठीचार्ज करना पड़ा. इसके बाद पथराव बंद हुआ और अराजक भीड़ भाग खड़ी हुई.
मामले को लेकर धार के कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है. जिन्होंने नियम तोड़ा है, उन पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, धार के SP आदित्य प्रताप सिंह ने कहा कि जुलूस के लिए एक मार्ग तय किया गया था, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व शामिल जुलूस में शामिल हो गए. उन्हें वहां से खदेड़ा गया. जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.