जब भारत सरकार ने एलान किया था कि ने घातक महामारी कोरोना की दो वैक्सीन बना ली हैं तथा हम दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू करने जा रहे है, उस समय उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि ये बीजेपी की वैक्सीन है, मैं इसे नहीं लगवाऊंगा. अखिलेश यादव ने ये भी कहा था कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार आएगी, तब वह अपनी वैक्सीन बनाकर लगवाएंगे.
इसके बाद से अब तक अखिलेश यादव ने कोरोना वैक्सीन भले ही नहीं लगावाई है लेकिन उनके पिता तथा दिग्गज सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने कोरोना वैक्सीन लगवा ली है. गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में मुलायम सिंह यादव ने कोरोना की वैक्सीन की पहली डोज लगवाई. इससे पहले मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव ने राजधानी लखनऊ स्थित लोकबंधु अस्पताल पहुंच न सिर्फ कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी, बल्कि इस दौरान देश में बनी वैक्सीन की जमकर तारीफ करते हुए अन्य लोगों से भी जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाकर कोरोना को हराने की अपील की है.
इसी साल जनवरी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि मैं बीजेपी की वैक्सीन पर कैसे भरोसा कर सकता हूं, जब हमारी सरकार बनेगी तो सभी को फ्री में टीका लगेगा, हम बीजेपी की वैक्सीन नहीं लगवा सकते. अखिलेश के इस बयान के बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी. भाजपा ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ऐसी बयानबाजी कर लोगों में कोरोना वैक्सीन के प्रति लोगों में भ्रम तो पैदा ही कर रहे हैं, बल्कि देश के वैज्ञानिकों का भी अपमान कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर भी अखिलेश के इस बयान को लेकर लोगों ने उन्हें खूब सुनाया. मौके की नजाकत को भांपते हुए कोरोना की दूसरी लहर के बाद अखिलेश यादव के सुर बदल गए.अब वह सभी लोगों को फ्री में कोरोना वैक्सीन लगाने की वकालत करने लगे हैं. इसके बाद उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर स्वदेशी वैक्सीन लगवाने के लिए मुलायम सिंह यादव को धन्यवाद दिया है. उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि आपका वैक्सीन लगवाना इस बात का प्रमाण है कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलाई गई थी. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इसके लिए अखिलेश यादव को माफी मांगनी चाहिए.