बालोद। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पीपरछेड़ी में कक्षा छठवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को योग व्यायाम सिखाया गया।
बता दे कि विद्यार्थियों को योग व्यायाम के माध्यम से स्वस्थ, शालिन, स्वावलंबी व सेवाभावी युवक बनने से हमारा राष्ट्र सबल, श्रेष्ठ, संपन्न व सुखी बनाने की बात कहते हुए गायत्री परिवार योगाचार्य राजेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि हमें प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व स्वस्थ शरीर व स्वच्छ मन के लिए शुद्ध प्राणवायु का ग्रहण करना चाहिए। प्रज्ञायोग में सोलह आसन व प्राणाकर्षण, भस्त्रिका, कपालभारती, भ्रामरी प्राणायाम करने से हमें अनेकों प्रकार की बीमारी से मुक्ति मिलती है। उगते सूर्य का ध्यान करते हुए गायत्री मंत्र जप करना चाहिए जिसके परिणाम स्वरूप मनुष्य ओजस्वी, तेजस्वी व वर्चस्वी बनता है। धर्म अध्यात्म संबंधित साहित्य का प्रतिदिन अध्ययन करने से विचार शुद्ध होती है।
अखिल विश्व गायत्री परिवार मुख्यालय शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा ''भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा'' कक्षा पाँचवीं से महाविद्यालय तक प्रतिवर्ष विद्यार्थियों को शामिल करते हैं जिससे बच्चे संस्कृतिनिष्ठ व संस्कारवान बनें। इस वर्ष हमारे बालोद जिला में लगभग 40 हजार विद्यार्थी परीक्षा में भाग ले रहे हैं। परीक्षा 15 अक्टूबर को संपन्न होगी। इसकी तैयारी में गायत्री परिवार पूरे उत्साह से लगे हुए हैं व विद्यालय के शिक्षकों का भी बहुत अच्छा सहयोग मिल रहा है। "अध्यापक है युग निर्माता-छात्र राष्ट्र के भाग्य विधाता" को ध्यान में रखते हुए पूज्य गुरुदेव संस्थापक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य की सोचानुसार- ''विद्यालय ऐसे हों जहाँ से अच्छे इनसान, नेक इंसान तथा पूर्ण इंसान निकल सकें'' हेतु सार्थक प्रयास करना है। विद्यालय के सभी शिक्षकों की उपस्थिति में प्राचार्य एन. के. मण्डावी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम की समापन की।