उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मायावती की पार्टी बीएसपी का बड़ा एलान किया है. प्रयागराज में मीडिया से बातचीत करते हुए सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में बीएसपी किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी. पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा है कि बीएसपी अकेले ही चुनाव लड़ेगी. उन्होंने ये भी कहा कि चुनाव में बीएसपी छोटी या बड़ी किसी भी पार्टी से कोई समझौता नहीं करेगी.
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से समझौता नहीं
सतीश चंद्र मिश्रा ने दावा किया कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से बीएसपी का कतई कोई समझौता नहीं हो सकता है. सभी को पता है ओवैसी यूपी में किसके कहने पर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि ओवैसी यूपी में क्या करना चाहते हैं, ये जानकारी सभी को है. चुनाव में बीएसपी ओवैसी या किसी की भी पार्टी से कोई समझौता नहीं करेगी.
गठबंधन को लेकर खराब रहा है अनुभव
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि गठबंधन को लेकर बीएसपी का अनुभव काफी खराब रहा है. पार्टी समाजवादी पार्टी से समझौते की बात को याद तक नहीं करना चाहती है. उन्होंने कहा कि सिर्फ गठबंधन करके ही सरकार नहीं बनाई जा सकती, बीएसपी 2007 में अकेले चुनाव लड़कर सरकार बना चुकी है. मिश्रा ने कहा कि 2007 की तर्ज पर ही बिना किसी गठबंधन के पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी.
बीजेपी को ब्राह्मण विरोधी पार्टी बताया
इससे पहले प्रयागराज से सटे कौशांबी जिले में बहुजन समाज पार्टी के तत्वाधान में प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान, सुरक्षा और तरक्की को लेकर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया था. संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने बीजेपी को ब्राह्मण विरोधी पार्टी बताया. साथ ही ब्राम्हण समाज के लोगों को ये भी बताया कि उनका हित सिर्फ बहुजन समाज पार्टी में ही है. क्योंकि, वर्ष 2007 के चुनाव में जब ब्राह्मण समाज के लोग भारी संख्या में जीतकर विधानसभा पहुंचे तो बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने उन्हें उचित सम्मान दिया था. कैबिनेट मंत्री के अलावा दर्जा प्राप्त मंत्री भी तमाम लोगों को बनाने का काम किया था.
जनता को गुमराह कर रही है बीजेपी
सतीश चंद्र मिश्रा ने आगे कहा कि बीजेपी भगवान श्री राम के नाम पर राजनीति करती है. क्योंकि, बीजेपी के पास चुनाव जीतने के के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी भगवान को चुनाव लड़ाने का काम कर रही है. जबकि, भगवान श्रीराम ने रामराज्य की स्थापना की थी. ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम पर बीजेपी देश की भोली-भाली जनता को गुमराह कर राजनीति कर रही है.