लखीमपुर खीरी में आये दिन एक के बाद एक बवाल की खबरे लगातार सामने आ रही है। हाल ही में तमाम विपक्षी नेताओ ने खीरी पहुंचकर पीड़ितो के परिजनों से मुलाक़ात की, तो कुछ नेता तो धरने पर ही बैठ गए।
लेकिन इन्ही सब दांव-पेंच के बीच अब यूपी प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण बात सामने आई है। दरअसल, भारतीय संयुक्त किसान मोर्चा ने एक पोस्टर जारी कर के मरे हुए किसानो के लिए अंतिम अरदास करने की बात कही है। साथ ही पोस्टर में ये भी लिखा हुआ है की सभी लोग घटनास्थल पर मिले यानी कि जहाँ ये घटना हुई वहां पर ही अरदास करने का कार्यक्रम रखा गया है।
कुछ दिन पहले जब भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत लखीमपुर खीरी पहुंचे थे, तो उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार को अल्टीमेटम देते हुआ कहा था कि-"अब सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।"टिकैत ने चेतावनी दी थी कि संघर्ष में मारे गए किसानों की संयुक्त अरदास तक यदि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को बर्खास्त और उनके पुत्र को गिरफ्तार न किया गया तो देश भर में आंदोलन शुरू होगा। और अब संयुक्त किसान मोर्चा ने अरदास की तारिख का भी एलान कर दिया है तो, प्रशासन के लिए अब चुनौतीपूर्ण स्थिति बन्ति हुई नजर आ रही है।
रविवार को तिकुनिया में हुए हिंसक बवाल को लेकर जिले में ही नहीं, बल्कि प्रदेश व देश में बेहद तनाव है। घटना को लेकर भारतीय किसान यूनियन मुखिया राकेश टिकैत ने बुधवार को जिले में आकर मोहल्ला हाथीपुर स्थित गुरुद्वारा गुरुसिंह सभा में प्रेसवार्ता कर कहा था कि मृतक चारों किसानों की एक जगह पर संयुक्त अंतिम अरदास होगी, जिसकी तारीख संयुक्त किसान मोर्चा तय करेगा।
निर्धारित दिन तक गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी और मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी न हुई तो देशव्यापी आंदोलन करने का निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, संयुक्त मोर्चा ने संयुक्त अंतिम अरदास की तारीख 12 अक्तूबर घोषित कर महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज क्रीड़ा स्थल का स्थान निर्धारित कर इसका पोस्टर जारी कर दिया है।