बीते दिनों रामलीला मंचनों का दौर चल रहा था, देश के तमाम जगह पर रामलीला हो रही थी, कही कोई बड़े मैदान में सैकड़ो लोगो के सामने श्री राम और रावण की इस महान कहानी को अपनी पात्रता के जरिये सुना रहा था, तो कही कोई चुटीले और फूहड़ अंदाज़ में भारतीय परंपरा और हिन्दू संस्कृति का मज़ाक भी उड़ा रहा था।
बीते दिनों इंटरनेट पर तेज़ी से एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमे कुछ लोग रामलीला के नाम पर अभद्रता और अश्लीलता लोगो के सामने परोस रहे थे, ज्यादा जांच पड़ताल हुई तो पता चला की ये वीडियो मेडिकल फील्ड के सबसे बड़े संस्थान AIIMS दिल्ली का है, जहाँ पर कुछ छात्र चुटीले अंदाज़ में रामलीला का मंचन कर रहे थे। साथ ही इसी वीडियो में वो लोग फूहड़ और अश्लील संवादों का इस्तेमाल करते भी दिखे। जब ये वीडियो लोगो तक पहुंचा, तो इस वीडियो और इसी तरह की रामलीला का कड़ा विरोध किया गया।
इसी बीच उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने भी इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए, तीखे अंदाज़ में इसके खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया। उन्होंने कहा-"हिंदू संस्कृति व हिंदू धर्म को बदनाम करने के लिए लोग तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं, लेकिन हिंदू सत्य सनातन वैदिक धर्म है. इसमें सृष्टि के आश्रय हैं. "
जिस रावण का दहन होता है, वो भी सारे वेदो का था ज्ञाता
भाजपा सांसद ने कहा जिस रावण का दहन किया जाता है, वो भी साधु महात्मा के कपड़े पहनकर सीता का हरण किया था. उन्होंने सती शिरोमणि अनुसूया का जिक्र करते हुए कहा कि अब तो लोग धार्मिकता को मजाक बना अश्लीलता परोस रहे हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि -" ऐसे में सती शिरोमणि अनुसूया को ये लोग क्या समझेंगे. उन्हें तो हर चीज में अश्लीलता चाहिए, ताकि हिन्दू धर्म को किसी तरह से बदनाम किया जा सके". भाजपा सांसद ने कहा कि ऐसी हरकत करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ इसकी निंदा होनी चाहिए.
आखिर में उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार को संज्ञान में लेकर ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. हिन्दू देवी-देवताओं को लेकर पहले वामपंथी आपत्तिजनक बयान तो देते थे, लेकिन अब एक ऐसी अजीबो-गरीब घटना सामने आई है, जो सीधे तौर पर हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुंचा रहा है. कुछ लोग रामायण के पात्र यानी हिन्दू देवी-देवाओं का चोला धारण कर अश्लील जुबानी करते नजर आए.