उत्तर प्रदेश के मथुरा से कर्नाटक के बीजापुर जा रहे चार साधुओं को बच्चा चोर समझ महाराष्ट्र के सांगली में बुरी तरह मारपीट का मामला सामने आया है। वहीं बता दें कि लोगों ने इन साधुओं को बच्चा चोर समझ कर बंधक बना लिया था और इनके साथ बुरी तरह मारपीट की।
आपको बता दें कि मौके पर पहुंची सांगली पुलिस ने चारो साधुओं का बचाव करवा दिया। घटना स्थल पर साधु रास्ता पूछने के लिए रूके थे। वहीं इस पूरी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
पुलिस ने जानकारी दी कि चारो साधू कार में सवार होकर बीजापुर के पंधरपुर स्थित टेंपल टाउन जा रहे थे। सांगली के जाट तहसील के लवंगा गांव के पास ये सड़क पर खड़े लोगों से रास्ता पूछने के लिए रूके थे लेकिन लोगों ने इनहे साधु ना समझ कर बच्चा चोर समूह का सदस्य समझ लिया। इसके बाद लोगों ने इन्हें गाड़ी से खींच कर बाहर निकाल कर बुरी तरह से पीटा।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और इन्हें हिरासत में लेते हुए पूछताछ शुरू की। पुलिस को पूछताछ के बाद ज्ञात हुआ कि चारों साधुओं का बच्चा चोर समुह से कोई लेना देना नहीं है। ये साधु दर्शन पूजन के लिए जा रहे थे जहां गलतफहमी के कारण लोगों ने इन्हें बच्चा चोर समझ कर मारपीट शुरू की।
पुलिस ने यह भी बताया कि घटना स्थल के पास के ही एक मंदिर में यह चारो साधु रात्रि विश्राम के लिए रूके थे। रात भर रुकने के बाद ये मंगलवार को अपने आगे की सफर पर निकले थे। लेकिन थोड़ा आगे बढ़ते ही ये रास्ता भटक गए और एक बच्चे से आगे बढ़ने के लिए रास्ता पूछ लिया। बच्चे से इन्हें बात करते देखकर दूसरे लोगों ने इनके बच्चा चोर होने का शोर मचा दिया।
आपको बता दें जानकारी के अनुसार चारो साधु एक धार्मिक अखाड़े से संबंधित हैं। इनमें एक महंत हैं, बाकी के तीन उनके शिष्य हैं। ये सभी अयोध्या के निवासी हैं। वह अपनी गाड़ी से तीर्थ यात्रा पर निकले थे। इन्होंने अयोध्या से अपनी यात्रा शुरू कर मथुरा काशी होते हुए इन्हें आखिर में कर्नाटक के बीजापुर तक जाना था। सांगली पुलिस ने घटना की जानकारी अयोध्या कोतवाली पुलिस को भी दे दी है.
वहीं इस समय सिर्फ महाराष्ट्र में ही नहीं बल्कि देश भर में बच्चा चोर गिरोह के सक्रिय होने की अफवाह फैली हुई है। इस अफवाह के चलते मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा समेत कई राज्यों में लोगों ने निर्दोष लोगों को बच्चा चोर समझ कर बुरी तरह मारपीट की थी। कई जगह तो ऐसे लोगों के साथ असभ्यता के भी मामले सामने आए हैं।