रोहित हत्याकांड: मस्जिद कनेक्शन पर डीजीपी का बयान
गोपालगंज के कटेया थाना क्षेत्र में 28 मार्च को 15 वर्षीय रोहित जायसवाल की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद से रोहित का परिवार थाने कचहरी का चक्कर काट रहा था. रोहित के पिता राजेश जायसवाल का मानना है कि उनके बेटे की हत्या हुई है.
इस मामले में रोहित जायसवाल का परिवार लगातार शासन प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहा था. मामले के एक महीने बीत जाने के बाद सुदर्शन न्यूज संवाददाता गौरव मिश्रा ने इस खबर को गंभीरता से लेते हुए. राजेश जायसवाल से बातचीत करके सभी जानकारियों को हासिल किया. जिसके बाद सुदर्शन न्यूज को पीडित राजेश जायसवाल ने अपने द्वारा बनाए गए, वीडियो अपने मृतक लड़के रोहित जायसवाल की तस्वीरें FIR की कॉपी सहित सभी सबूतों को चैनल के पास भेजा. इस पूरे मामले में सुदर्शन न्यूज ने प्राथमिकता के साथ रोहित जायसवाल के पिता के दर्द को प्रमुखता से उठाया. जिसके बाद इस पीड़ित हिंदू परिवार को न्याय की उम्मीद जगी.
खबर का असर बिहार के डिजीपी ने बनाई सीआईडी टीम
सुदर्शन न्यूज पर खबर दिखाए जाने के बाद बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने अहम कदम उठाते हुए. सीआईडी की एक टीम गठित की टीम ने गांव में जाकर के ग्रामीणों से पूछताछ किया. घटना स्थल वाली जगह पर गए. जिस नदी में रोहित का शव मिला था. उस नदी में कुदकर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने खुद तथ्यों की जांच की. इसी दौरान दोषी चौकी इंचार्ज पर भी करवाई की गाज गिरी थानेदार को एसपी ने निलंबित कर दिया. इस पूरे मामले पर चिकित्सा अधिकारियों से भी डीजीपी ने व्यक्तिगत पूछताछ की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में भी महिन जानकारी हासिल की क्योंकि रोहित के मुंह पर खून लगा हुआ था, बॉडी फूली नहीं थी. जिससे मालूम होता है कि क्या वाकई में रोहित की हत्या हुई है. जांच के बाद डीजीपी ने फेसबुक लाइव के माध्यम से तथ्यों को सामने रखा है. और ये भी अंदेशा जताया है कि यह हत्या भी हो सकती है इसलिए अभी भी इस पूरे मामले की जांच जारी है. मामले से जुड़े सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
मस्जिद कनेक्शन पर डीजीपी का बयान
गांव में मस्जिद है लेकिन वो अभी बनाई जा रही है. नीव डाल दी गई है. उसका कार्य चल रहा है. सुस्त अवस्था में, मुस्लिमों की आबादी की बात करें तो उनकी आबादी हिंदूओं के मुकाबले बेहद कम है. नमाज पढ़ने वो गांव से बाहर दूसरी मस्जिद में जाते हैं. एक बात तो स्पष्ट है रोहित के परिवार का जो बयान है उसमें जो लोग शामिल हैं उसमें से एक व्यक्ति फरार चल रहा है. कुछ लोग उसे मस्जिद से जुड़ा हुआ बता रहे हैं. शायद इसी डर की वजह से वो गांव से फरार है. क्या वाकई में वो शख्स शक के साये में है. या अपराधी है ये जांच का विषय है. जांच के बाद ही पता चलेगा कि क्या रोहित की हत्या में वाकई में इस मस्जिद का भी कोई कनेक्शन था. क्योंकि रोहित के मां का बयान अभी भी इस बात की तस्दिक करता हुआ नजर आ रहा है.