देवभूमि उत्तराखंड के बाद दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है. खबर के मुताबिक़, लंबे समय से जारी सियासी अटकलों के बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. शाम 4 बजे वह राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप देंगे. येदियुरप्पा के कार्यकाल के दो साल पूरे होने के मौके पर उन्होंने इसका ऐलान किया. इससे पहले वह कह चुके थे कि आलाकमान जो भी फैसला करेगा उसे वह मंजूर करेंगे.
बी.एस. येदियुरप्पा ने इस्तीफा तब दिया है जब आज ही कर्नाटक की बीजेपी सरकार को दो साल पूरे हुए हैं, ऐसे में अब हर किसी की नज़र इस बात पर है कि अब बीजेपी राज्य की कमान किसे सौंपती है. इस्तीफे का ऐलान करने से पहले येदियुरप्पा कहा कि मुझे कर्नाटक के लोगों के लिए काफी काम करना है. हम सभी को मेहनत के साथ काम करना चाहिए. येदियुरप्पा ने कहा कि वह हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरे हैं.
अपनी सरकार के 2 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होने कहा कि मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है. मैं दोपहर के भोजन के बाद राज्यपाल से मिलूंगा और अपना त्यागपत्र सौंपूंगा. बीएस येदियुरप्पा ने साफ कहा कि उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने को लेकर जो भी फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लेगा, उसे वह हर हाल में मंजूर करेंगे. उन्होंने कहा कि वह संतुष्ट और संतुष्ट हैं और अनुशासनात्मक रेखा को पार नहीं करेंगे.
येदियुरप्पा ने कहा कि मुझे पार्टी में ज्यादातर पद मिले, जो शायद कर्नाटक में किसी और को नहीं मिले, जिसके लिए मैं अपनी पार्टी, पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा का आभार व्यक्त करता हूं. बीएस. येदियुरप्पा के इस्तीफे के ऐलान के बाद दिल्ली में भी हलचल तेज़ हुई है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह से चर्चा की है. माना जा रहा है कि जल्द ही ऑब्जर्वर के नाम का ऐलान हो सकता है, जिसके बाद नया सीएम चुना जाएगा.