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एयर इंडिया की 'घर वापसी' पर गदगद हुए रतन टाटा,बोले-'JRD होते तो ख़ुशी से कूद पड़ते'

जेआरडी टाटा ने ही 1932 में टाटा एयरलाइंस के रूप में एयर इंडिया की स्थापना की थी, जिसका 1948 में नाम बदलकर एयर इंडिया हो गया। बाद में सरकार ने एयर इंडिया का राष्ट्रीयकरण कर इसे अपने नियत्रंण में ले लिया था।

Kartikey Hastinapuri
  • Oct 9 2021 9:49AM

देश में आम लोगो की 'चाय' से लेकर 'स्काई' तक अब है तरफ टाटा ग्रुप का ही बोलबाला है।  देश का सबसे बड़ा ग्रुप यानी कि टाटा ग्रुप ने अपने स्वर्णिम इतिहास की किताब में एक और अध्याय जोड़ दिया है।  JRD टाटा ने पनि मेहनत से जो 'एयरलाइन्स' बनाई थी अब वो वापस उन्ही के साम्राज्य में आ गई है। नमक से लेकर गाड़ियां तक बनाने वाला टाटा समूह अपनी कामयाबी के किस्से हर जगह गड़ रहा है। 

कुछ दिन पहले ये खबर आई थी कि टाटा ने एयर इंडिया की बोली जीत ली है, वहीं कल सरकार ने भी इस बात पर मुहर लगा दी है कि एयर इंडिया अब फिर से टाटा की हो गई है। इस मौके पर रतन टाटा ने एक भावुकता भरी चिट्ठी लिखकर पूरे टाटा समूह को बधाई दी, वहीं JRD टाटा को याद करते लिखा कि - 'अगर अभी वो होते तो बहुत खुश होते' .

वेलकम बैक, 'एयर इंडिया' : रतन टाटा 

एयर इंडिया की घर वापसी पर रतन टाटा ने 'वेलकम बैक, एयर इंडिया' का ट्वीट किया है। ट्वीट में रतन टाटा का एक नोट भी अटैच है। इस नोट में लिखा गया है, 'टाटा ग्रुप का एयर इंडिया के लिए बोली जीतना बेहद अच्छी खबर है। इस बात में कोई दोराय नहीं है कि एयर इंडिया को फिर से खड़ा करने के लिए मेहनत लगेगी। उम्मीद है कि यह फैसला एविएशन इंडस्ट्री में टाटा ग्रुप की मौजूदगी के लिए एक बड़ा बाजार अवसर उपलब्ध कराएगा।'

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