वर्षो की कड़ी तपस्या और लम्बे इन्तजार के बाद बहुत जल्द करोड़ो हिन्दुओ के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अपने महल रुपी भवन में स्थापित हो जायेगे, और तमाम हिन्दुओ की आस्था भी पूर्ण हो जाएंगी। मंदिर निर्माण ट्रस्ट ने 2022 तक मंदिर के निर्माण कार्य को लगभग पूरा करने की योजना बनाई है, इसी के तहत लगातार रात और दिन की चिंता किये बगैर सैकड़ो कारीगर मंदिर के निर्माण कार्य में लगे हुए है।
इसी कड़ी में मंदिर निर्माण से जुडी एक जानकारी और सामने आई है, दरअसल अब मंदिर के निर्माण के लिए काम तापमान की आवश्यता है इसी लिए ज्यादातर कार्य रात में ही किया जा रहा है, और मंदिर को ठंडा करने के लिए 'बर्फ' का इस्तेमाल भी हो रहा है।
सफलतापूर्वक हो रहा मंदिर का निर्माण कार्य : चंपत राय
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर का निर्माण कार्य सुचारू रूप से चल रहा है. अभी तक का कार्य बेहद सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है. आगे का कार्य भी समय से सफलतापूर्वक हो सके इसके लिए ट्रस्ट के पदाधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों के बीच बातचीत हुई है. उन्होंने कहा कि अभी दिन में ज्यादा गर्मी पड़ रही है, इस कारण उचित तापमान में निर्माण के लिए परिस्थितियां बनाई जा रही हैं.
राम नवमी पर रामलला पर पड़े सूर्य की किरणे, इसलिए हो रही अंतरिक्ष वैज्ञानिको से बात
एक सवाल के जवाब में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की परिकल्पना है कि राम नवमी यानी भगवान राम के प्राकट्य उत्सव पर सूर्य के प्रकाश की किरणें कुछ देर के लिए भगवान श्री रामलला के मुख पर पड़ें. इसके लिए अंतरिक्ष विज्ञानियों से विचार-विमर्श किया गया है.
उन्होंने कहा कि प्रयास है कि दोपहर 12:00 बजे जब भगवान राम लला का प्राकट्य उत्सव हो तो भगवान सूर्य की किरणें उनके ऊपर प्रकाशमान हो और अयोध्या के सभी स्थलों पर इसका प्रसारण दिखाया जाए. इसके लिए विशेषज्ञों से विचार-विमर्श किया जा रहा है. जल्द ही इस पर काम शुरू होगा.