रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को देहरादून में शहीद सम्मान यात्रा का समापन करेंगे। देहरादून के गुनियाल गांव में निर्माणाधीन सैन्यधाम के लिए शहीदों के घरों की मिट्टी जुटाने के लिए उक्त यात्रा बीते एक माह से प्रदेश के सभी जिलों से होकर गुजरी है। राज्य सरकार ने इसे उत्तराखंड का पांचवां धाम नाम दिया है। सैन्य धाम अगले दो साल में बनकर तैयार होगा।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि करीब पचास बीघा जमीन पर बनने वाले सैन्य धाम के मुख्य गेट का नाम पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखा जाएगा। इसमें प्रथम विश्वयुद्ध के बाद शहीद हुए उत्तराखंड के सभी वीर सैनिकों के नाम अंकित होंगे। जोशी ने बताया कि रक्षा मंत्री बुधवार साढ़े ग्यारह बजे यात्रा का समापन करेंगे। इस मौके पर रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित रहेंगे।
उत्तराखंड का पांचवां धाम
विधानसभा स्थित कक्ष में मीडिया से बातचीत में सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि सैन्यधाम के रूप में उत्तराखंड का पांचवां धाम विकसित किया जाएगा। जिसमें प्रदेश के शहीदों की यादों को संजोकर रखा जाएगा। सैन्यधाम के लिए 1734 शहीदों के आंगन की मिट्टी को लाया गया है। जिसे अमर जवान ज्योति की बुनियाद में लगाया जाएगा। 63 करोड़ की लागत से बनने वाले सैन्यधाम में शहीद जसवंत सिंह और हरभजन सिंह के मंदिर बनाए जाएंगे।
शहीद सम्मान यात्रा के जरिये 95 ब्लॉकों के 1734 शहीद परिवारों से संपर्क कर उनके आंगन की मिट्टी को पवित्र कलश में यहां लाया गया है। मंत्री ने कहा कि 50 बीघा में बनने वाला धाम दो साल के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा। शहीद परिजनों के सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट भी मौजूद रहेंगे।
देश के प्रथम CDS के नाम पर होगा मुख्य प्रवेश द्वार
जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के मुताबिक इस पर काम करते हुए देहरादून स्थित गुनियाल गांव पुरुकुल में 63 करोड़ रुपये की लागत से विशाल सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है. सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि गुनियाल गांव पुरुकुल में बन रहे इस सैन्य धाम का मुख्य प्रवेश द्वार देश के प्रथम CDS जनरल बिपिन रावत के नाम पर बनाया जा रहा है.