Pushkar Singh Dhami ने आज उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है. उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने धामी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. धामी के साथ सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, बंशीधर भगत, यशपाल आर्य, बिशन सिंह, सुबोध उनियाल, अरविंद पांडे, गणेश जोशी, धनसिंह रावत, रेखा आर्य, यतीश्वरानंद ने राज्य के मंत्री पद की शपथ ग्रहण की. शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी मौजूद रहे.
शपथ ग्रहण समारोह से पहले पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्रियों से सुबह शिष्टाचार भेंट की. रविवार शाम धामी ने पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से भागीरथीपुरम में स्थित उनके आवास पर मुलाकात की. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर मुलाकात की. बता दें, शनिवार को बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद धामी ने पार्टी नेताओं के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात की और उन्हें सरकार बनाने संबंधी प्रस्ताव सौंपा था.
मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट तहसील के कनालीछीना के रहने वाले धामी का पूरा जीवन उधम सिंह नगर जिले के खटीमा में ही बीता है. उन्होंने यहीं अपनी शिक्षा ग्रहण की और छात्र राजनीति में प्रवेश किया. उन्होंने यहीं से 2012 में विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीते. वर्ष 2017 में एक बार फिर वह यहीं से दोबारा चुनाव जीते और विधायक बने. उन्होंने सरकार का हिस्सा बनकर भले ही काम नहीं किया हो लेकिन वह लंबे समय से संगठन के लिए कार्य करते रहे हैं. मुख्यमंत्री घोषित होने के बाद धामी ने कहा कि कनालीछीना उनकी जन्मभूमि है और खटीमा कर्मभूमि.
पुष्कर सिंह धामी 2012 में पहली बार खटीमा सीट से विधायक बने थे. उन्होंने तब कांग्रेस के देवेंद्र चंद को करीब 5 हजार वोटों के अंतर से हराया था. 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में धामी ने खटीमा से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की. जब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस्तीफा दिया तब भी पुष्कर सिंह धामी का नाम सीएम पद के लिए चर्चा में आया था लेकिन तब तीरथ सिंह रावत के नाम पर मुहर लगी थी. लेकिन जब संवैधानिक संकट के कारण तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा दिया तो पुष्कर सिंह धामी को चुना गया है. अब देखना है कि युवा नेता धामी उत्तराखंड की जनता व अपनी पार्टी की उम्मीदों को कितना पूरा कर पाते हैं.