पंजाब में हुई सियासी तख्तापलट के बाद वहां के नए मुख्यमंत्री बने चरणजीत सिंह चन्नी आगामी चुनावों के लिए जनता को रिझाने का पूरा काम कर रहे है। सीएम चन्नी जब पंजाब के मुख्यमंत्री बने तो सियासी पंडितो का कहना था कि कांग्रेस ने आगामी चुनावों के मद्देनजर दलित कार्ड खेला है। वहीँ कुछ का कहना ये भी था कि चन्नी काफी शौक़ीन है, उन्हें ऐश और आराम करने का बहुत शौक हैं।
बीते दिनों सीएम चन्नी ऐसी ही किसी रैली में जा रहे थे, तब पंजाब पुलिस ने कुछ ऐसा कृत्य किया जिसको लेकर न सिर्फ पंजाब पुलिस बल्कि पंजाब सरकार की भी किरकिरी हो रही है।
लड़की ने किया विरोध, तो पुलिस से ठूसा मुँह में कपड़ा
संगरूर में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की रैली में विरोध प्रदर्शन करने वाले बेरोजगार बीएड टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) योग्य शिक्षकों पर पुलिस का खूब कहर टूटा। इस पूरे मामले का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों को मुंह दबाकर ले जाते दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी मंगलवार को संगरूर में करीब 350 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज के अलावा 700 करोड़ से स्थापित होने वाली सीमेंट फैक्टरी का नींव पत्थर रखने पहुंचे थे।
इस दौरान उन्हें बेरोजगार जत्थेबंदियों के रोष का सामना करना पड़ा। बेरोजगार अध्यापक व एमपीएचडब्ल्यू यूनियनों के सदस्य, सीएम कार्यक्रम में दाखिल होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने में सफल रहे। पुलिस को चकमा देकर यूनियन के सदस्य पंडाल में दाखिल हो गए और सीएम के संबोधन के दौरान नारेबाजी की।
उसके बाद जो हुआ, उसी के कारण पंजाब पुलिस पर सभी लोग निशाना साध रहे है , दरअसल पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगो के मुँह में जबरदस्ती कपड़ा ठूसा, और उन्हें घसीटकर पुलिस की गाड़ियों में डाल दिया।