प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में चल रहे लाचित बोड़फुकन की 400वीं जयंती कार्यक्रम के समापन समारोह में शामिल हुए. इस दौरान पीएम मोदी ने लचित बोड़फुकन पर आयोजित प्रदर्शनी का भी दौरा किया.
बता दें कि इस कार्यक्रम के दौरान असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा भी मौजूद रहे. सीएम सरमा ने प्रधानमंत्री मोदी को सम्मानित किया. उनके साथ राज्यपाल जगदीश मुखी, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल व अन्य दिग्गज नेता और अधिकारी मौजूद रहे.
प्रधानमंत्री मोदी संबोधित करते हुए कहा कि भारत का इतिहास केवल गुलामी का नहीं, बल्कि भारत का इतिहास योद्धाओं और विजय का इतिहास है. जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री का निरंतर प्रयास रहा है कि गुमनाम नायकों को उचित तरीके से सम्मानित किया जाए. इसी के अनुरूप देश 2022 को लचित बोड़फूकन की 400वीं जयंती वर्ष के रूप में मना रहा है.
भारत का इतिहास योद्धाओं का इतिहास है- पीएम
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत का इतिहास सिर्फ गुलामी का इतिहास नहीं है. भारत का इतिहास योद्धाओं का इतिहास है, विजय का इतिहास है. भारत का इतिहास अत्याचारियों के विरुद्ध अभूतपूर्व शौर्य और पराक्रम दिखाने का इतिहास है.