उत्तर प्रदेश को 'उत्तम प्रदेश' बनाने की ज़िद्द में लगी केंद्र की मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में इतने विकास मॉडल और इतनी परियोजनाओं का शिलान्यास करने कही न कही अपना लोहा मनवा ही लिया है।
यूपी की विकास की इस कड़ी में अब एक नाम और जुड़ गया है, दरअसल पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ जेवर एयरपोर्ट की भूमि पूजन के लिए जेवर पहुंचे है। साथ ही पीएम मोदी ने जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास किया और साथ ही वहां पर मौजूद जनसभा को भी संबोधित किया।
पीएम मोदी ने वहां पहुंचे लोगो को ज़ेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास की बधाई दी है, साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि-" अब दुनिया के बड़े बड़े शहरो के नाम के साथ जेवर भी अंतर्राष्ट्रीयत मानकों में सम्मिलित हो गया है।
पीएम ने दी बधाई
पीएम मोदी ने कहा कि यूपी के देश के सभी लोगों को नोएडा एयरपोर्ट के इस भूमिपूजन की बहुत बहुत बधाई। आज इस भूमिपूजन के साथ ही जेवर भी अंतरराष्ट्रीय मानकी तरफ बढ़ गया है। इसका बहुत बड़ा लाभ दिल्ली एनसीआर व पूरे देश को होगा।
इसके लिए पूरे देश को बधाई देता हूं। 21वीं सदी का भारत एक से एक आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहा है। बेहतर सड़क, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन का निर्माण हो रहा है। ये सभी लोगों का जीवन बदलकर रख देते हैं। सभी वर्ग का जीवन इससे प्रभावित होता है और इससे बहुत लाभ मिलता है।
मोदी बोले- करोड़ों लोगों को फायदा होगा
शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को संबोधित भी किया. उन्होंने कहा कि आज इस एयरपोर्ट के भूमिपूजन के साथ ही दाऊ जी मेले के लिए प्रसिद्ध जेवर भी अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर अंकित हो गया है. इसका बहुत बड़ा लाभ दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी यूपी के करोड़ों लोगों को होगा. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का नया भारत आज 1 से बढ़कर एक बेहतरीन आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहा है.
बेहतर सड़कें, बेहतर रेल नेटवर्क, बेहतर एयरपोर्ट, ये सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट ही नहीं होते, बल्कि ये पूरे क्षेत्र का कायाकल्प कर देते हैं, लोगों का जीवन बदल देते हैं. हर किसी को इसका लाभ मिलता है. इसकी ताकत और बढ़ जाती है जब उनके साथ सीमलेस कनेक्टिविटी हो, लास्ट माइल कनेक्टिविटी हो. ये एयरपोर्ट कनेक्टिविटी की दृष्टि से भी बेहतरीन मॉडल बनेगा. यहां आने जाने के लिए टैक्सी से लेकर मेट्रो और रेल तक हर कनेक्टिविटी होगी. एयरपोर्ट से निकलते ही आप सीधे यमुना एक्सप्रेस वे पर आ सकते हैं
किसान अब सीधे एक्सपोर्ट कर पाएंगेः पीएम मोदी
मोदी ने कहा कि आज हम 85 फीसदी विमानों को एमआरओ सेवा के लिए विदेश भेजते हैं और इस काम के पीछे हर साल 15 हजार करोड़ रुपये खर्च होते हैं. 30 हजार करोड़ में ये प्रोजेक्ट बनने वाला है. हजारों करोड़ रुपये खर्च होते हैं, जिसका ज्यादातर हिस्सा दूसरे देशों को जाता है.
अब ये एयरपोर्ट इस स्थिति को भी बदलने में मदद करेगा. इसके माध्यम से पहली बार देश में एंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल कार्गो हब की कल्पना भी साकार हो रही है. इससे इस पूरे क्षेत्र के विकास को एक नई गति मिलेगी. एक नई उड़ान मिलेगी. हम सभी ये जानते हैं कि जिन राज्यों की सीमा समंदर से सटी होती है, उनके लिए बंदरगाह, पोर्ट, बहुत बड़े एसेट होते हैं, लेकिन यूपी जैसे लैंडलॉक राज्यों के लिए यही भूमिका एयरपोर्ट की होती है.
यहां अलीगढ़, मथुरा, मेरठ, आगरा, बिजनौर, मुरादाबाद, बरैली ऐसे अनेकों औद्योगिक क्षेत्र हैं. यहां सर्विस सेक्टर का इकोसिस्मट भी है. और एग्रीकल्चर सेक्टर में भी पश्चिमी यूपी की अहम हिस्सेदारी है. अब इन क्षेत्रों का सामर्थ्य भी बढ़ जाएगा. अब यहां के किसान साथी, फल, सब्जी, मछली जैसी जल्दी खराब होने वाली उपज को सीधे एक्सपोर्ट कर पाएंगे.