उत्तर प्रदेश के लोगों को एक और बड़ी सौगात मिलने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर यानी आगामी बुधवार को कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Kushinagar International Airport) का उद्घाटन करेंगे. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को तैयारियों की समीक्षा ने की थी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया था कि इस एयरपोर्ट से पहली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट कोलंबो श्रीलंका से आएगी. एयरपोर्ट के लोकार्पण के बाद पीएम की हवाई फ्लीट कुशीनगर पहुंचेगी. इस कार्यक्रम में श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ ही 115 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आएगा. इसमें बौद्ध भिक्षु रहेंगे.
89 एकड़ में 260 करोड़ की लागत से बने इस हवाई अड्डे के लोकार्पण के साथ उत्तर प्रदेश सर्वाधिक हवाई अड्डा वाला प्रदेश बन जाएगा। पीएम मोदी यहां 180.6 करोड़ रुपये की लागत से 12 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण और 281 करोड़ से बनने वाले मेडिकल कालेज का शिलान्यास करेंगे।वह महापरिनिर्वाण मंदिर में बुद्ध प्रतिमा पर चीवर चढ़ाएंगे और भिक्षुओं को चीवर दान करेंगे।
बरवा फार्म में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। वह अपने 30 मिनट के संबोधन में कुशीनगर व बौद्ध परिपथ में पर्यटन और विकास की संभावनाओं पर बात करेंगे।
बसपा शासनकाल में आया चर्चा में
हवाई अड्डा वर्ष 2008 में मुख्यमंत्री के तौर पर मायावती कुशीनगर आई थीं। अपने आध्यात्मिक गुरु एबी ज्ञानेश्वर से मिलकर लौटीं मायावती ने कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनवाने की घोषणा की। इसके लिए प्रस्ताव भी केंद्र सरकार को भेजा गया। मंजूरी भी मिल गई, लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया।
वर्ष 2012 में प्रदेश की सत्ता संभालते ही सपा सरकार ने मैत्रेय प्रोजेक्ट को लेकर तत्परता दिखाई। एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई। मैत्रेय प्रोजेक्ट के विरोध को देखते हुए एयरपोर्ट के लिए जमीन मिलना मुश्किल था, लेकिन तत्कालीन डीएम के प्रयासों से जमीन अधिग्रहण का काम जल्दी ही पूरा हो गया।
नियमित उड़ान शुरू होने से मिलेगा रोजगार
पर्यटन सूचना अधिकारी राजेश कुमार भारती बताते हैं कि अभी कुशीनगर में हर साल 50 हजार से अधिक विदेशी पर्यटक आते हैं। इनमें श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड आदि बौद्धिस्ट देशों के लोग शामिल होते हैं। इसके अतिरिक्त हर साल जर्मनी, फ्रांस, इंग्लैंड आदि देशों के इतिहासकार, शोधार्थी व पुरातत्वविद भी कुशीनगर की प्राचीनता को जानने आते हैं।
अब तक कुशीनगर के आवागमन के लिए कोई सीधी सेवा नहीं होने के चलते पर्यटकों को दिक्कत होती थी। कुशीनगर एयरपोर्ट से उड़ान शुरू होने पर ये लोग सीधे कुशीनगर आएंगे, जिससे यहां पर्यटन कारोबार को नई ऊंचाई मिलेगी।