सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे

Donation

सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता को बताने के लिए जिन उपमाओं का इस्तेमाल किया है, वे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है : जयराम रमेश

सैम पित्रोदा द्वारा भारतीयों की तुलना चीनी-अफ्रीकी लोगों से करने वाले बयान पर कांग्रेस पार्टी ने किनारा कर लिया है।

Ankur Pratap
  • May 8 2024 8:55PM
सैम पित्रोदा द्वारा भारतीयों की तुलना चीनी-अफ्रीकी लोगों से करने वाले बयान पर कांग्रेस पार्टी ने किनारा कर लिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर शेयर एक पोस्ट में लिखा कि सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता को बताने के लिए जिन उपमाओं का उपयोग किया है, वे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से पूरी तरह असहमत है और इनसे किनारा करती है।

प्रियंका चतुर्वेदी ने क्या कहा?

शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मैं सैम पित्रोदा के बयान से सहमत नहीं हूं, लेकिन क्या वे घोषणापत्र समिति के सदस्य हैं? क्या कांग्रेस के स्टार प्रचारक हैं? क्या वे देश में रहते हैं? वे विदेश में रहते हैं। ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनके मुद्दे को देश का मुद्दा बनाया जा रहा है। एक तरफ देश के मुद्दे हैं और दूसरी तरफ सैम पित्रोदा ने अमेरिका में क्या कहा। हम इसमें कुछ नहीं कर सकते और न ही ये कोई मुद्दा है और न ही ये देश पित्रोदा के बयान पर प्रतिक्रिया देना चाहता है।

टीकेएस एलानगोवन ने क्या कहा?

डीएमके नेता टीकेएस एलानगोवन ने पित्रोदा के बयान पर कहा कि हम सब साथ है। यहां कई धर्म, संस्कृति, भाषाएं हैं, किंतु हमने कभी भारत के लोगों में भेद नहीं किया। यह हमारा बयान नहीं है। हम भाषा और संस्कृति की समानता की बात करते हैं और ये मानते हैं कि भारत के हर राज्य में रहने वाले लोग समान हैं। हो सकता है कि पित्रोदा अपनी बात को सही तरीके से समझा नहीं पाए। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि सैम पित्रोदा के बयान का विपक्षी गठबंधन का कोई नेता समर्थन नहीं करता है। 

तहसीन पूनावाला ने क्या कहा?

कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला ने भी सैम पित्रोदा के बयान पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह तय करना पड़ेगा कि क्या सैम पित्रोदा को उनके लिए बोलना चाहिए या नहीं। हर बार वे जब भी बयान देते हैं तो विवाद हो जाता है। अब दक्षिण भारतीयों को अफ्रीकी या पूर्व के लोगों को चाइनीज कहने की क्या जरूरत थी? यह नस्लभेदी बयान है। कांग्रेस पार्टी के नेता जो जमीन पर लड़ रहे हैं, उन्हें इससे नुकसान होगा। इससे लोग नाराज होंगे, ऐसे में मीडिया पर गुस्सा निकालने से कोई फायदा नहीं है। पार्टी को उन्हें बयान देने से रोकना चाहिए, खासकर चुनाव के वक्त न बोलें। मुझे लगता है कि कांग्रेस ऐसा कर सकती है।

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार