भारत-पाकिस्तान सीमा पर लगातार बढ़ते तनाव के बीच गुरुवार (8 मई) रात जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में आतंकी घुसपैठ की बड़ी कोशिश को भारतीय जवानों ने पूरी तरह विफल कर दिया। खुफिया इनपुट और निगरानी के दम पर सीमा पर तैनात BSF के जांबाजों ने एक के बाद एक कई आतंकियों को निशाना बनाते हुए मार गिराया। मारे गए आतंकियों की संख्या 10 से 12 बताई जा रही है।
सूत्रों का कहना है कि यह महज घुसपैठ की सामान्य कोशिश नहीं थी, बल्कि इसमें पाकिस्तान की सीमा कार्रवाई टीम (BAT) की साजिश हो सकती है। आतंकियों की आड़ में पाकिस्तानी सेना की शह पर यह बड़ी घुसपैठ की योजना रची गई थी, जिसे भारतीय जवानों ने अपने अदम्य साहस और सतर्कता से धराशायी कर दिया।
सीमा पर बढ़ाई गई गश्त
घटना के बाद से बीएसएफ ने पूरे क्षेत्र में गश्त और चौकसी और ज़्यादा कड़ी कर दी है। गुरुवार रात करीब 8 बजे पाकिस्तान की ओर से सांबा सेक्टर में भारतीय चौकियों पर गोलाबारी शुरू की गई। इसी दौरान दुश्मन ने ड्रोन के ज़रिए भारतीय ठिकानों की टोह लेने की भी कोशिश की, लेकिन सतर्क जवानों ने हर हरकत पर नज़र रखते हुए हर प्रयास को असफल कर दिया।
जैसे ही रात 11:30 बजे के करीब आतंकियों ने सीमा के भीतर घुसने की कोशिश की, भारत के सुरक्षाबलों ने तुरंत जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में कई आतंकी या तो मौके पर मारे गए या पाकिस्तानी सीमा की तरफ भाग खड़े हुए।
40 मिनट तक चली मुठभेड़, BSF ने दिखाई अद्भुत बहादुरी
सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच करीब 40 मिनट तक तीव्र गोलीबारी होती रही। इस दौरान पाकिस्तानी सेना ने अपने मारे जा रहे आतंकियों को बचाने के लिए गोलाबारी की तीव्रता बढ़ा दी, लेकिन भारतीय जवानों की सटीक कार्रवाई ने उनके मंसूबों को पूरी तरह नाकाम कर दिया।
सांबा सेक्टर पहले भी आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों के लिए कुख्यात रहा है। अतीत में यहां सुरंगों के ज़रिए भारत में घुसने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में यह ताज़ा हमला एक बार फिर इस इलाके की संवेदनशीलता को उजागर करता है।