सुप्रीम कोर्ट के नोएडा स्थित सुपरटेक ट्विन टावर को अवैध बताकर ध्वस्त करने वाले आदेश के बाद नोएडा नोएडा विकास प्राधिकरण के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। बुधवार देर रात एक अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ में प्रकरण की जांच और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दे चुके हैं।सस्पेंड होने वाले शख्स मुकेश गोयल, मैनेजर थे उन्हें पिछले महीने ही नोएडा अथॉरिटी से ट्रांसफर किया गया था।
नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ने पूरे मामले की जांच के लिए दो एसीईओ की अगुवाई में कमिटी बनाई थी। यह कार्रवाई इसी कमिटी की शुरुआती जांच पर की गई हैलखनऊ में एक उच्च स्तरीय मीटिंग के दौरान सीएम योगी ने कहा था, यह मामला 2004 तक जाता है। इस दौरान किस तरह की अनियमितताएं हुईं उनकी जांच स्पेशल कमिटी के जरिए होनी चाहिए। इनके लिए जिम्मेदार हर अफसर के खिलाफ कार्रवाई होगी।
जांच कमिटी ने प्लानिंग और कार्मिक विभाग से दस्तावेज तलब कर पड़ताल शुरू कर दी है। दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया, अभी तक मामला कोर्ट में लंबित था। विशेष जांच समिति जिसे दोषी पाएगी उसके खिलाफ ऐक्शन लिया जाएगा। हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरी तरह से पालन करेंगे।