महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानमंडल में घोषणा की कि दही हांडी को महाराष्ट्र में एक खेल के रूप में शामिल किया जाएगा और इसमें भाग लेने वाले गोविंदाओं को शिक्षा और सरकारी सेवा में पांच प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक बयान के जरिए दही हांडी को खेल के रूप में शामिल करने कि घोषणा की है। प्रताप सरनाइक ने इस संबंध में औचित्य का मुद्दा उठाया था। प्रो-गोविंदा जैसे इन टूर्नामेंटों का आयोजन भी अगले साल से किया जाएगा। सभी विजेताओं को सरकार की ओर से पुरस्कार भी दिया जाएगा। इन खिलाड़ियों को शैक्षणिक प्रवेश में पांच प्रतिशत आरक्षण में जगह दी जाएगी।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी के साथ-साथ रियायतें भी दी जाएंगी। गोविंदा के लिए बीमा योजना अगले साल से लागू हो जाएगी।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि इस साल दही-हांडी में मरने वाले गोविंदा के परिवारों को 10 लाख तक रुपये दिए जाएंगे। इस समय दही हांडी के दिन सार्वजनिक अवकाश देने की भी घोषणा की गई हे।
राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि कोई भी व्यक्ति जिसने अपने शरीर का कोई भी अंग दही हाड़ी के वक्त गवा दिया हो उसको 7.5 लाख रुपय कि रकम दी जाएंगी। वहीं अगर किसी व्यक्ति ने सिर्फ अपना हाथ या पैर गवाया तो उसे 5 लाख रुपय मदद के तौर पर मिलेंगे।