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भारत की 'चुस्त' सरकार के सामने ब्रिटिश हुकूमत 'पस्त', भारतीयों के लिए क्वारंटाइन 'वास' खत्म करने का एलान......

भारत सरकार और ब्रिटिश हुकूमत के बीच चल रही 'वेक्सिनेशन वार' जब खत्म होने का नाम नहीं ले रही थी तब, भारत ने जैसे को तैसा जवाब दे कर ब्रिटेन को सकते में डाल दिया। जिसके कारण ब्रिटेन ने अब अपना क्वारंटाइन वाला फैसला वापस ले लिया है।

Kartikey Hastinapuri
  • Oct 8 2021 8:46AM

हिंदी भाषा में एक बहुत पुराना मुहावरा है कि - 'यदि घी सीधी  ऊँगली से न निकले, तो ऊँगली टेड़ी कर लेनी चाहिए'....इस मुहावरे का ज़िक्र हम यहां इसलिए कर हे है क्योंकि भारत सरकार और ब्रिटिश हुकूमत के बीच चल रही 'वेक्सिनेशन वार' जब खत्म होने का नाम नहीं ले रही थी तब, भारत ने  जैसे को तैसा जवाब दे कर ब्रिटैन को सकते में डाल दिया। 

दरअसल, बीते कई दिनों से भारत सरकार ब्रिटैन की जॉनसन सरकार से आग्रह कर रही थी कि भारत की कोविशील्ड को अनुमति प्रदान करे लेकिन हर बार ब्रिटेन कुछ आनाकानी करके मामले को रफा-दफा करने की कोशिश में लगा हुआ था।  उसी के बाद जब भारत ने जवाबी कार्यवाही की, और ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के लिए भी 14 दिन का क्वारंटाइन पीरियड अनिवार्य कर दिया तब ब्रिटेन हुकूमत के अक्ल आई और तब ये फैसला किया कि भारत से ब्रिटेन आ रहे लोगो को 'क्वारंटाइन वास 'पूरा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। 

ब्रिटेन की यात्रा करने के इच्छुक भारतीयों के लिए खुशखबर 

ब्रिटेन के इस ऐलान के बाद कोविशील्ड या फिर ब्रिटेन से अप्रूव वैक्सीन लगवा चुके भारतीय यात्रियों 11 अक्टूबर से क्वारंटीन में रहने की जरूरत नहीं होगी. भारत में ब्रिटेन के हाई कमिश्नर ने यह जानकारी दी है. 11 अक्टूबर से यूके की रेड लिस्ट घटकर 7 देशों की हो जाएगी और टीकाकरण के प्रमाण को 37 नए देशों और क्षेत्रों से मान्यता दी जाएगी.

हालांकि ब्रिटेन ने भारत समेत कुल 37 नए देशों और क्षेत्रों को अपने रेड लिस्ट की सूची से बाहर किया है और कुल मिलाकर अब रेड लिस्ट से बाहर होनेवाले देशों की संख्या 47 है. अब ब्रिटेन की रेड लिस्ट में सिर्फ 7 देश हैं, जिनमें कोलंबिया, डोमिनिकन रिपब्लिक, इक्वाडोर, हैती, पनामा, पेरू और वेनुजुएला शामिल हैं. ब्रिटेन के नियमों में ढील देने के पीछे मुख्य वजह भारत की सख्ती को ही माना जा रहा है.

भारत ने ब्रिटिश नागरिकों पर लागू किए थे सख्त नियम

दरअसल इससे पहले कोरोना के मसले पर भारत ने ब्रिटिश नागरिकों पर ब्रिटेन जैसे ही सख्त नियम लागू किए थे. ये नए नियम 4 अक्टूबर से लागू किए गए थे जिसके तहत भारत आने से 72 घण्टे पहले RT PCR टेस्ट कराना अनिवार्य रखा गया है. इसके अलावा एयरपोर्ट पर आगमन पर भी टेस्ट जरूरी किया गया है. आगमन के आठवें दिन RT-PCR टेस्ट कराने का भी नियम रखा गया है.

इसके साथ ही भारत ने भी ब्रिटिश नागरिकों के लिए आगमन से 10 दिनों तक क्वारंटीन ज़रूरी कर दिया है. इससे पहले पिछले महीने ब्रिटेन ने भारतीयों के लिये सख्त नियम जारी किया था. जिसके तहत भारत मे टीका लिए लोगों को वैक्सीन लिया हुआ नहीं माना जायेगा और ब्रिटेन आगमन पर 10 दिन तक क्वारंटीन में रहना होगा. ब्रिटेन की तरफ से नियमों में ढील देने के बाद उम्मीद है कि भारत भी नियमों में नरमी बरतेगा.

 

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