महाराष्ट्र कें चिपळूण तहसील के लोटे परशुराम स्थित श्री संत ज्ञानेश्वर माऊली जिवन मुक्ति धाम सेवा संस्था संचालित गोशाला पर वामपंथियों की बुरी नजर बनी हुई है. बता दें कि वामपंथी इस गौशाला के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं और इसे बंद कराने की साजिश रच रहे हैं.
दरअसल, यह वही गोशाला हैं जिसमें 1 हजार से जादा गौवंश रहते हैं जो गो तस्कर कसाईयों से बचाकर लाई जातीं हैं. इस गौशाला को 15 दिन के अंदर हटाने का नोटिस अब सरकारी अधिकारियों द्वारा जारी कर दिया गया है. इस गौशाला को बचाने के लिए गौशाला के प्रमुख वारकरी संप्रदाय के भगवान महाराज कोकरे ओर गोशाला के ट्रस्टी ओर गौसेवक अनशन पर बैठे हैं.
बता दें कि इस पूरे मामले को लेकर गौशाला के प्रमुख भगवान महाराज कोकरे का कहना है की इस गोशाला को पर कार्रवाई करने के लिए उद्धव ठाकरे गुटके विधायक भास्कर जाधव द्वारा अपने गुर्गों को आगे किया जा रहा है. वहीं कसाईयों को बचाने के आरोप भी उन पर लग रहे हैं. वहीं सरकारी अधिकारियों पर दबाव डालकर गोशाला हटाने कि मांग भी की जा रही है.
वहीं इसके बाद से लगातार वारकरी संप्रदाय धरने पर बैठा हुआ है और गौशाला को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. वारकरी संप्रदाय ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री पशु संवर्धन मंत्री, जिल अधिकारी, पुलिस अधिक्षक इन सबको इस गौशाला को बचाने के लिए निवेदन किया है और वामपंथी षड्यंत्र के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
बता दें कि एक ओर जहां महाराष्ट्र राज्य में जिहादीयों द्वारा हजारों एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है और उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है, वहीं दूसरी और गौशाला पर षड्यंत्र के तहत कार्रवाई की जा रही है और हिंदू समाज के साथ अन्याय किया जा रहा है.