प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 अक्टूबर को गुजरात में तीन प्रमुख परियोजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुरूआत करेंगे. वह गुजरात के किसानों के लिए ‘किसान सूर्योदय योजना’ (Kisan Suryodaya Yojana) शुरू करेंगे. इसके अलावा पीएम अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के साथ पीडियाट्रिक हार्ट हॉस्पिटल और टेली-कार्डियोलॉजी के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन का उद्घाटन करेंगे. वह इस अवसर पर गिरनार में एक रोपवे परियोजना का भी उद्घाटन करेंगे.
क्या है ‘किसान सूर्योदय योजना’
गुजरात सरकार ने सिंचाई के लिए दिन के समय बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के मकसद से हाल ही ‘किसान सूर्योदय योजना’ की शुरुआत की है. इसके तहत किसानों को सुबह 5 बजे से रात के 9 बजे तक बिजली की सप्लाई किए जाने का प्रावधान है. राज्य सरकार ने 2023 तक इस योजना के तहत पारेषण अवसंरचना स्थापित करने के लिए 3500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है. परियोजना के तहत 220 किलोवाट क्षमता वाले सब स्टेशन के साथ ही 3490 सर्किट किलोमीटर लंबी के 234 ‘66 – किलोवाट क्षमता वाली पारेषण लाइनें लगाई जाएंगी.
2020-21 के लिए दाहोद, पाटन, महिसागर, पंचमहल, छोटा उदेपुर, खेड़ा, तापी, वलसाड, आनंद और गिर-सोमनाथ को योजना के तहत शामिल किया गया है. शेष जिलों को 2022-23 तक चरणबद्ध तरीके से कवर किया जाएगा.
गिरनार पहाड़ी पर रोपवे
इसी दिन प्रधानमंत्री द्वारा गिरनार पहाड़ी पर रोपवे का उद्घाटन किया जाएगा. इसके शुरूआत के साथ ही गुजरात एक बार फिर वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर उभर आएगा. शुरुआत में इसमें 8 लोगों को ले जाने की क्षमता वाले 25-30 कैबिन होंगे. इस रोपवे में 2.3 किलोमीटर की दूरी केवल 7.5 मिनट में कवर की जाएगी. पर्यटक इस रोपवे पर यात्रा करते समय गिरनार पर्वत के आस-पास के प्राकृतिक सौंदर्य के दर्शन कर सकेंगे. इस रोपवे के जरिए हर घंटे 800 सवारियों को लाया और ले जाया जा सकता है.यह प्रोजेक्ट 130 करोड़ रुपये की लागत से पूरा हुआ है.
टेली-कार्डियोलॉजी के लिए मोबाइल ऐप
प्रधानमंत्री यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के साथ जुड़े पीडियाट्रिक हार्ट हॉस्पिटल का भी उद्घाटन करेंगे और इसके साथ ही अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में टेली-कार्डियोलॉजी के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन की शुरुआत करेंगे. यूएन मेहता इंस्टीट्यूट विश्व के उन चुनिदा अस्पतालों में से एक है जो विश्वस्तरीय चिकित्सा अवसंरचना और चिकित्सा सुविधाओं में लैस है.
यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी का 470 करोड़ रुपये की लागत से विस्तार किया जा रहा है. विस्तार परियोजना के पूरा होने के बाद यहां बिस्तरों की संख्या 450 से बढ़कर 1251 हो जाएगी. संस्थान देश का सबसे बड़ा सुपर स्पेशलिटी कार्डियक शिक्षण संस्थान भी बन जाएगा. जो दुनिया के सबसे बड़े सुपर स्पेशिएलिटी कार्डियक अस्पतालों में से एक होगा.
संस्थान की इमारत भूकंप रोधी बनाई गई है जिसमें अग्निशमन हाइड्रेंट सिस्टम और फायर मिस्ट सिस्टम जैसी सुरक्षा सुविधाएं दी गई हैं. इसके अनुसंधान केंद्र में देश का पहला ऐसा उन्नत कार्डियक आईसीयू होगा, जो वेंटिलेटर, आईएबीपी, हेमोडायलिसिस, ईसीएमओ आदि सुविधाओं वाला होगा. संस्थान मे 14 ऑपरेशन सेंटर और 7 कार्डियक कैथीटेराइजेशन लैब भी शुरू किए जाएंगे.