ये समस्या सिर्फ एक जिले , एक प्रदेश की नहीं है. ये दिक्कत न सिर्फ लगभग हर प्रदेश में है बल्कि कई देशो में भी ये समस्या ऐसे ही खड़ी है.. असल में इस समस्या की जड में वो उच्चाधिकारी हैं जो ऐसे मामले को "मेरा क्या जाता" की सोच है. लेकिन इतिहास वही रच पाता है जो कुछ अलग करने का दम रखता हो और ये दम दिखा पाए हैं बागपत पुलिस के कप्तान अर्थात पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह.
सब इंस्पेक्टर अली सिर्फ IPS अभिषेक सिंह के समय में पुलिस मैनुअल का उल्लंघन नही कर रहे थे, उस से पहले तमाम पुलिस अधीक्षक आये थे और चले गये थे लेकिन "टेंशन कौन ले' ? यही सोच कर जो हो रहा था वो होने दिया गया.. पर IPS अभिषेक सिंह ने SP बागपत की कमान सम्भालने के बाद बड़ी से बड़ी ही नही बल्कि बारीक से बारीक मामलो को भी देखना शुरू कर दिया.
सब इंस्पेक्टर इंतसार अली ने लम्बी दाढ़ी रखी थी, पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने दरोगा इंतसार अली को तीन बार दाढ़ी कटवाने की चेतावनी दी थी. साथ ही उन्हें दाढ़ी रखने के लिए विभाग से अनुमति लेने को भी कहा था, लेकिन एसपी के आदेशों को अनदेखा करते हुए इंतज़ार अली दाढ़ी रखते रहे, इसके बाद एसपी ने उन्हें निलंबित कर पुलिस लाइन भेज दिया है।
दरोगा इंतज़ार अली मूल रूप से सहारनपुर के रहने वाले हैं, यूपी पुलिस में एसआई के पद पर भर्ती हुए थे और वह पिछले तीन साल से वह बागपत जिले में कार्यरत हैं. लॉकडाउन से पहले उन्हें रमाला थाने में तैनाती दी गई थी. लंबी दाढ़ी रखने को लेकर चर्चा में आए थे जो कि पुलिस नियमों के विपरीत है।