हाथरस केस के आरोपियों ने पुलिस अधीक्षक हाथरस को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में झूठे मामले में फंसाए जाने की दलील दी गई है। आरोपी संदीप, रामू, लवकुश और रवि ने चिट्ठी लिखी है। आरोपियों ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है। मुख्य आरोपी संदीप ने चिट्ठी में वारदात के पूरे घटनाक्रम को बताया है। आरोपी का कहना है कि उसकी पीड़िता से जान-पहचान थी और फोन पर बातचीत होती थी। मुख्य आरोपी संदीप ने चिट्ठी में बताया कि इस केस में आरोपी बनाए गए रवि और रामू उसके परिवार से ताल्लुक रखते हैं और रिश्ते में उसके चाचा हैं।
मुख्य आरोपी ने चिट्ठी में यह भी दावा किया कि उसकी पीड़िता के साथ दोस्ती थी, जिस पर उसके परिवार को एतराज था। घटना वाले दिन के बारे में आरोपी का कहना है कि वह उस दिन पीड़िता से मिलने खेत पर गया था लेकिन बाद वह पीड़िता के कहने पर घर वापस लौट आया था और अपने पिता के साथ पशुओं को पानी पिला रहा था। मुख्य आरोपी संदीप ने अपनी चिट्ठी में पीड़िता के भाई और उसकी मां पर पीड़िता के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है।
इस बीच, योगी सरकार ने हाथरस मामले में नोडल अधिकारी की तैनाती कर दी है। डीआईजी शलभ माथुर और अलीगढ़ रेंज के एडीजी राजीव कृष्ण को विशेष जिम्मा सौंपा गया है। जहां डीआईजी शलभ माथुर चंदपा थाने की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। वहीं राजीव कृष्ण पर अलीगढ़ रेंज के सभी जिलों में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है।