देश में 2 दिन के बाद विघ्नहर्ता गणेश उत्सव के रंग में देशभर के लोग रंगते नज़र आएंगे, लेकिन इससे ठीक पहले कांग्रेसशासित राज्य छत्तीसगढ़ में गणेश जी की प्रतिमाओं पर विधर्मियों ने हमला करके सैकड़ों मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आजाद चौक थाना क्षेत्र में मूर्ति बेचने वाले दुकानदार गोपाल प्रजापति, शेखर साहू, नंदकुमार प्रजापति समेत कई ऐसे दुकानदार हैं, जिनकी दुकानों पर रखी गणेश जी की प्रतिमा को विधर्मियों द्वारा खंडित कर दिया गया।
प्रत्यक्षदर्शी शेखर साहू ने सुदर्शन न्यूज को बताया कि रात करीब 2-2:30 बजे के आसपास कुछ लोग आए और उन्होंने शेखर साहू के साथ मारपीट की। जिसके बाद दुकान में रखी मूर्तियों को खंडित कर दिया। अगले दिन सोमवार को स्थानीय हिंदू समाज समेत बजरंग दल कार्यकर्ताओं और भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने आजाद चौक थाने में प्रदर्शन किया और आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों की गिरफ्तारी की मांग की।
सुदर्शन न्यूज़ से बात करते हुए दुकानदार गोपाल प्रजापति ने बताया कि आजाद चौक थाने के ठीक सामने उनकी और उनके साथी दुकानदारों की तीन दुकानों पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। इस घटना से उन्हें करीब ढाई लाख रुपए का नुकसान हुआ है। जिसके बाद वह आजाद चौक थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे हुए थे।
बजरंग दल के जिला संयोजक रवि वाधवानी बताते हैं कि रात को आमापारा के दुकानों को जिस तरह से हमला करके तोड़ा गया, उसके बाद भी प्रशासन का रवैया ठीक नहीं है और असामाजिक लोगों पर पुलिस कार्रवाई करने में ढिलाई बरत रही है। जिसके विरोध में उन्होंने थाना घेराव करने की बात कही है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा की टीम भी आजाद चौक थाने में विरोध दर्ज कराने पहुंची। इस दौरान भाजयुमो के जिला अध्यक्ष गोविंदा गुप्ता ने बताया कि जिस तरह से कांग्रेसशासित छत्तीसगढ़ में एक बार फिर हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ हुआ है, वह शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि अगर मंगलवार शाम तक इस मामले में गिरफ्तारी नहीं होती है, तो भारतीय जनता युवा मोर्चा की टीम और पुलिस अधीक्षक के निवास का घेराव करेगी।
पाकिस्तान हारा, उसी रात तोड़फोड़
रविवार की रात भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप का मैच खेला जा रहा था, जिसमें भारतीय टीम ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। भारतीय टीम के जीतने के बाद रायपुर के जयस्तंभ चौक में लोगों ने पटाखे फोड़े और तिरंगा ध्वज लहराया और उसी रात को जिस तरह से गणेश जी की प्रतिमाओं को बेदर्दी के साथ तोड़ा गया है, यह भी कई सवाल खड़ा करता है।
इस घटना के बाद क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवचरण पटेल को उनका पक्ष जानने कई बार उनके नंबर पर फोन किया गया, लेकिन एएसपी ने ना तो फोन अटेंड किया, ना ही कॉल बैक किया। इस पूरे मामले में पुलिस विभाग के अधिकारी मीडिया से कुछ कहने में बचते नजर आ रहे हैं। पुलिस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले को मीडिया तुलना दे। हालांकि थाने के सामने इतनी बड़ी घटना हो जाने पर पुलिस के अधिकारी चुप क्यों है? इसका जवाब पुलिस के अधिकारी देने से बचते नजर आ रहे हैं।
गृहमंत्री ने हाल ही में ली थी हाई प्रोफाईल बैठक
विगत 1 हफ्ते से छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू प्रदेश की कानून व्यवस्था के साथ रायपुर की कानून व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए लगातार बैठक ले रहे हैं। हफ्तेभर पहले ही उन्होंने रायपुर के पुलिस कंट्रोल रूम में रायपुर रेंज के आईजी और रायपुर के एसएसपी के साथ एडिशनल एसपी, सीएसपी और थाना प्रभारियों की बैठक ली, जिसमें उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए और अपराध पर अंकुश लगाने संबंधी सख्त कार्रवाई करने की बात कही। एक तरफ मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है, लेकिन दूसरी ओर एक बार फिर प्रदेश की राजधानी रायपुर में थाने के ठीक सामने हमला कर दिया जाता है, मूर्तियों को तोड़ दिया जाता है, लेकिन पुलिस कार्रवाई करने में देरी करती नज़र आ रही है।
बिना विलंब हो एफआईआर
विधि के जानकार सुदर्शन न्यूज़ से बातचीत करते हुए बताते हैं कि इस मामले में धार्मिक आस्था से खिलवाड़ करने संबंधी विभिन्न धाराएं लगनी चाहिए और अविलंब अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज करके पुलिस को जांच आगे बढ़ानी चाहिए। क्योंकि 2 दिन बाद ही गणेश चतुर्थी जैसा बड़ा उत्सव हमारे देश में मनाया जाएगा। ऐसे में जिस तरह से गणेश जी की प्रतिमा को तोड़ा गया, वो सीधे-सीधे आस्था के साथ अपमान का मामला है। इस मामले में पुलिस को 295 समेत अनेक धाराएं दर्ज़ होनी चाहिए।
अब तक पुलिस का बयान नहीं
इस खबर को लिखे जाने तक पुलिस के अधिकारियों की तरफ से आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया था और ना ही ऑनलाइन एफआईआर के ऐप में इस मामले को इस मामले की जानकारी साझा की गई थी।