आतंकवाद कभी किसी का सगा नहीं हो सकता यह बात सुदर्शन न्यूज़ लगातार तथ्यों और प्रमाणों के साथ बताता रहा है। यह बात निर्विवाद रूप से आए दिन सबूतों के साथ सही भी साबित होती रहती है। अभी कुछ दिन पहले भारत में सरकार द्वारा बनाएंगे गए नागरिकता संशोधन कानून का विरोध बड़े पैमाने पर वामपंथी वर्ग और मुस्लिम समाज के एक बड़े तबके ने किया। उस समय सुदर्शन न्यूज़ ने यह आवाज उठाई थी कि ईसाइयों को नागरिकता देने वाला कानून मजहबी चरमपंथ से पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों को बचाएगा लेकिन सुदर्शन न्यूज़ ने इस बिल के समर्थन में भारत के ईसाइयों के ना आने पर सवाल उठाए थे..
आखिरकार वह सब कुछ हो रहा है जिसे ध्यान में रखकर भारत सरकार ने इस जनकल्याणकारी दिल को संसद से पास कराया था और उस पर देश के ईसाई खामोश रहे थे । विदित हो कि पाकिस्तान में ईसाइयों की इबादत गाह चर्च पर उन वादियों का हमला हुआ है...
चर्च में तोड़ फोड़ कर पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को बनाया गया निशाना।। हथियारबंद लोगो के गुट ने चर्च में तोड़ फोड़ की । उन लोगो ने चर्च के गेट और बाउंड्री को तोड़ दिया । ये केस लाहौर से 40 किलोमीटर दूर स्थित कालाशाह काकू का है। शानिवार को पाकिस्तान के पंजाबी प्रांत में कुछ हथियारबंदो ने जमीनी विवाद को लेकर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हुए चर्च में तोड़ फोड़ की थी। हाल ही में पाकिस्तान की एचआरसीपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि हिंदुओं और ईसाइयों समेत पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों सभी को उत्पीड़न और धर्मातरण का लगातार सामना करना पड़ रहा है ओर ऐसे में इस तोड़ फोड़ का होना अच्छा संकेत नही दिख रहा है । हालकि ये सिर्फ अभी की बात या पहली बार की बात नही है , 2019 में भी ऐसे काम होते रहे है । तो वही देश के संविधान के मुताबिक प्रदत्त अधिकारों के मुताबिक उन सब को किसी भी धार्मिक और आस्था की आजादी भी नही है ।।
बता दे इस तोड़ फोड़ के बाद ईसाई समुदाय ने केस को दर्ज करवा दिया था। उन लोगो के खिलाफ पुलिस में शिक़ायत दर्ज करवाई है। वहाँ के स्थानीय ईसाई नेता असलम परवेज सहोत्र ने इस तोड़ की जानकारी देते हुए बताया कि हथियारबंदो व्यक्तयों के गुट ने मालिक अब्बास नामक व्यक्ति के नेतृत्व में इस काम को अंजाम दिया । उन्होंने कहा कि इस गुट ने लाहौर से 40 किलोमीटर दूर स्थित कालाशाह काकू में चर्च के गेट और बाउंड्री को तोड़ दिया। जिसके बाद इस घटना के लिए शिक़ायत दर्ज करवाई गई। फ़िरोजवाला पुलिस के एसएचओ आमिर महमूद ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि ईसाई समुदाय के शिकायत करने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और सभी स्थानीय ईसाइयों के बयान दर्ज कर लिए और जल्द ही इस घटना की एफआईआर भी दर्ज कर ली जाएगा । इसके बाद सभी साजिशकर्ताओं की तलाश में छापे मारे जाएंगे।
स्थानीय राजनीतिक दल 'मसीहा मिलत पार्टी' जो कि ईसाईयो के अधिकारियों की सुरक्षा के लिए बनी है उस पार्टी के चैयरमेन सहोत्रा ने बताया , अब्बास का दावा था कि उसने जमीन खरीद ली है और अब न ही ईसाईयो का चर्च वहाँ रह सकता न ही खुद ईसाई रह सकते। बता दे कि पाकिस्तान में ईसाई अल्पसंख्यक है । वहां ईसाई की आबादी 2 प्रतिशत से भी कम है।
करीब 6 महीने पहले भी एक घटना घटी थी।सिख समुदाय गुरुद्वारा ननकाना साहिब के नजदीक एक सिख ग्रंथ भगवान सिंह की बेटी जगजीत कौर को इस्लाम कबूल करवाया था । उस लड़की को अगवा कर मुस्लिम युवक से शादी कर दी गयी । इस मामले को लेकर गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर भीड़ ने हमला कर दिया था । हमले में शामिल लोगों ने आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि अपनी मर्जी से इस्लाम कबूलने और शादी करने वाली लड़की को लेकर सिख समुदाय ने फालतू बिना किसी वजह के हंगामा किया था।