जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा शुरू हो चुकी है। ऐसे में सुरक्षा एंजेसियों ने पहले ही यात्रा पर आतंकी हमले का ख़तरा बताया था। ऐसे में सुरक्षाबलों ने स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ को अलर्ट मूड पर डाल दिया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर अर्द्धसैनिक बलों के 50 हजार से अधिक जवान यात्रियों की सुरक्षा में रहेंगे। बेशक यात्रा से पहले आतंकी साजिशों से यात्रा को बाधित करने का प्रयास किया गया है, लेकिन ऐसा सुरक्षा चक्रव्यूह बनाया गया है कि यह साजिशें कामयाब नहीं होंगी।
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा को लेकर अर्द्धसैनिक बलों की 450 कंपनियों में शामिल 45 से 50 हजार जवानों को यात्रा की सुरक्षा में लगाया गया है। इनमें 100 कंपनियां यात्रा के एक महीना पहले ही प्रदेश में पहुंच गई थीं। 370 कंपनियां यात्रा के लिए विशेष रूप से प्रदेश में पहुंची हैं।
100 कंपनियां वो थीं, जिनको अलग-अलग राज्यों में चुनाव कराने के बाद बुलाया गया। इसमें सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, बीएसएफ, एसएसबी शामिल हैं। अब विशेष रूप से 370 अर्द्धसैनिक बलों की कंपनियां जम्मू पहुंचीं।
बालटाल, पहलगाम समेत तमाम आधार शिविरों में जवान तैनात कर दिए गए हैं। इसके लिए जम्मू संभाग में लखनपुर से लेकर बनिहाल तक 116 कंपनियां अर्द्धसैनिक बलों की तैनात की गई हैं।
अर्द्धसैनिक बलों के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस की एग्जीक्यूटिव, आर्म्ड और ट्रैफिक पुलिस भी मुख्य भूमिका में रहेगी। एक तरह से अर्द्धसैनिक बलों की तमाम टुकड़ियों और तैनाती को पुलिस के अफसर ही लीड करेंगे।