पंजाब में सरकार बनाने के बाद अब आप पार्टी गुजरात में भी अपनी धमक बनाने के लिए पूरी तैयारी कर रही है. गौरतलब है कि बीजेपी के गढ़ गुजरात में भी चुनाव का समय धीरे-धीरे नजदीक आ रहा है. दरअसल, इस साल के अंत में गुजरात में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी वहां जोर-शोर से जुट गई है। वहीं इस कड़ी में अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में वहां नई टीम भी बनाई है।
लेकिन इसी को लेकर केजरीवाल काफी चिंता में भी है. बता दें कि जिन्हें पद मिला वे तो खुश हैं, लेकिन जिनकी छुट्टी हुई वे खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। कुछ तो खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर करने लगे हैं.
कहा तो यहां तक भी जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल ने जल्द ही असंतोष को दूर नहीं किया तो अपने ही खिलाड़ी गेमप्लान बिगाड़ भी सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, कई नेताओं ने तो भाजपा और कांग्रेस में संभावनाओं की तलाश शुरू कर दी है।
नई टीम का ऐलान करने के लिए गुजरात पहुंचे अरविंद केजरीवाल के भरोसेमंद डॉ. संदीप पाठक ने पत्रकारों से कहा कि पार्टी ने 2 महीने में 30 हजार सक्रिय सदस्य बनाए हैं और आने वाले चुनाव में चीजों को व्यवस्थित करने के लिए बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा, ''पार्टी सदस्यता में विस्तार के साथ संगठन का भी विस्तार हुआ है। विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर अधिकतर नेताओं को समायोजित करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में पार्टी मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार भी घोषित करेगी।
हालिया पुर्नगठन में पार्टी ने जातिगत, सामुदायिक और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की कोशिश की है। ऐसा करते हुए पार्टी को कई ऐसे नेताओं को नजरअंदाज करना पड़ा जो शुरुआत से ही जुड़े हुए थे। इसुदन गदवी और इंद्रनील राजगुरु जैसे नेताओं को राष्ट्रीय भूमिका में लाया गया है, जबकि गोपाल इटालिया पर भरोसा बरकरार रखा गया है। हलांकि, सेनापति के अलावा आप ने ऊपर से नीचे तक अधिकतर पदों पर नई नियुक्तियां की हैं। आने वाले दिनों में पार्टी पदाधिकारियों की दो नई लिस्ट जारी कर सकती है।