गुजरात से एक खबर सामने आई है। आपको बता दें राजधानी अहमदाबाद की ढंढूका तहसील से एक दिल दहला देने वाली घटना प्रकाश में आया है। मंगलवार को एक हिंदू युवक जिसका नाम किशन बेलिया है उसकी निर्मम हत्या कर दी गई। बता दें वह जब सड़क पर घूमने निकला था उसी क्रम में दो बाइक सवार आरोपियों ने उसे गोली मार दी। जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसका कारण बस एक सोशल मीडिया का पोस्ट था।
जिसके बाद इस्लामिक कट्टरपंथी उसके खिलाफ खड़े हो गए थे। आपको बता दें उसने उस पोस्ट में इस्लामिक कट्टरपंथी के खिलाफ कुछ बातें लिखी थी। और एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था जिसमें वह पैगंबर मोहम्मद का जिक्र किया था। जब इस तरह के मामले पर कट्टरपंथी किसी की हत्या करते हैं तो इसे ईशनिंदा कहकर जस्टिफाई किया जाता है। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है, लेकिन ग्रामीण इससे संतुष्ट नहीं हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, कथित पोस्ट के खिलाफ हाल ही में कुछ लोगों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद पुलिस ने किशन के खिलाफ एक्शन लिया था। वर्तमान में किशन ने अपना सोशल मीडिया अकाउंट की सेटिंग को प्राइवेट कर रखा है। खास बात यह है कि पुलिस ने अभी तक उस कथित विवादित पोस्ट की जाँच नहीं की है। इस घटना के बाद किशन अपने घर से बाहर नहीं निकलता था, अचानक मंगलवार को ही वो अपनी बाइक से निकला था, लेकिन उसकी हत्या कर दी गई।
पुलिस को आशंका है कि इसी विवादित पोस्ट के कारण हो सकता है कि उसकी हत्या की गई हो। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि किशन पर गोली चलाने वाले आरोपित उसके पीछे चल रहे थे, जैसे ही वो मोढवाड़ा मोड़ के पास पहुँचे तो किशन पर पहली गोली चलाई गई, हालाँकि, वो बच गया, जिसके बाद उस पर दोबारा हमला किया गया। इसके घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने किशन के शव को लेने से इनकार कर दिया। हालाँकि, कई हिंदू संगठनों के मामले में हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मामले की उचित जाँच का आश्वासन दिया और उसके बाद ही परिवार ने किशन के शव को स्वीकार किया। बुधवार को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच किशन का अंतिम संस्कार किया गया। गुजरात पुलिस का एसओजी (स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप) मामले की जाँच करेगा। इस घटना के मामले में कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।