लाल चौक जहाँ कभी जिहादियों का आतंक होता था, जहाँ कभी पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगते थे, वो लाल चौक जो कभी अलगाववाद का प्रमुख केंद्र था, वो लाल चौका जहां कभी देश विरोधी नारेबाजी होती थी, पाकिस्तानी झंडा लहराता था, वो लाल चौका जहां कभी तिरंगा फहराना एक आश्चर्यजनक व चौंकाने वाली घटना मानी जाती थी, वो लाल चौक आज पूरी तरह से तिरंगे के रंग में रंगकर सराबोर हो गया है.
खबर के मुताबिक़, कोरोना संकट के बीच देश आज अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है और इस राष्ट्रीय पर्व पर देशभर में जश्न तथा उत्साह का माहौल है। देश के कई हिस्से कड़ाके की ठंड की चपेट में है लेकिन लोगों का उत्साह कम होता नहीं दिख रहा है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के प्रतिष्ठित लाल चौक पर भी आज बुधवार को तिरंगा लहराया गया है और इस दौरान वहां पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
आजादी के बाद पहली बार 26 जनवरी के दिन आज बुधवार को जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के प्रतिष्ठित लाल चौक पर घंटाघर के ऊपर देश का तिरंगा झंडा फहराया गया। भारत के 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्थानीय लोगों ने झंडा फहराया। हालांकि इस दौरान वहां पर सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए थे.इसकी खूबसूरत तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने का नतीजा क्या है, ये तिरंगे के रंग में रंगे लालचौक को देखकर आसानी से समझा जा सकता है. कुछ समय पहले तक आतंकियों की धमकी के कारण लाल चौक पर तिरंगा फहराने के लिए युवा आगे नहीं आते थे। अनुच्छेद 370 हटने और आतंकियों के लगातार खात्मे के कारण स्थानीय युवा आगे आए और उन्होंने भारत माता की जय के नारे लगाते हुए लाल चौक पर बने घंटा घर के टॉप पर तिरंगा फहराया। स्थानीय युवाओं ने आतंकियों और उनके हमदर्दों को अब हकीकत दिखानी शुरू कर दी। उनका कहना है कि आतंकवाद के कारण अब तक घाटी में कई लोगों की जान जा चुकी है। अब वह इसे नहीं सहेंगे।