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UP में 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का कांग्रेस ने दिया नारा...पर कांग्रेस की सत्ता वाले छत्तीसगढ़ में एक ही दिन 2 बच्चियाँ हुईं रेप और गैंगरेप की शिकार

उत्तरप्रदेश में बेटियों को लेकर मेनिफेस्टो में ख़ूब वादे, पर कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर में 13 वर्ष की बच्ची से दुष्कर्म, तो न्यायधानी बिलासपुर में 13 वर्ष की मासूम से अपहरण के बाद गैंगरेप किया गया

Yogesh Mishra
  • Jan 21 2022 8:35PM






आज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना 'युवा घोषणा पत्र' जारी कर दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने 'युवा घोषणा पत्र' के 'भर्ती विधान' को जारी किया। ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ की टैगलाइन के साथ कांग्रेस नेता प्रियंका गाँधी वाड्रा लगातार महिला शक्ति को मजबूत करने और महिलाओं तथा युवतियों को सक्षम बनाने की पैरोकारी कर रही हैं। मेनिफेस्टो के द्वारा प्रियंका गाँधी वाड्रा ने ये भी कहा कि 8 लाख पद महिलाओं के लिए रिजर्व किया जाएगा। यानी उन्हें स्वावलंबी बनाया जायेगा।




पर ख़ुद कांग्रेस जिस राज्य में सत्ता की कुर्सी पर बैठी है, वहाँ दर्ज़ होते मामले बता रहे हैं कि कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में शर्मिंदा करने वाले और बेटियों की सुरक्षा पर प्रश्न खड़ा करने के लिये पर्याप्त हैं। 



छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और न्यायधानी बिलासपुर में आज एक दिन में ही दर्ज हुए शर्मिंदा कर देने वाले 2 मामलों ने बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है।



पहला मामला कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बच्ची से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया हैं। पूरा मामला थाना तेलीबांधा क्षेत्र का है। वारदात के बाद बच्ची ने घरवालों से कुछ नहीं कहा, मगर उसके शरीर पर पड़े असर ने इस कांड का राज खोल दिया। बच्ची गर्भवती हो गई। परिजनों ने पूछताछ की तो बच्ची ने बताया कि उसके इंस्टग्राम वाले दोस्त ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। इस मामले में रायपुर के तेलीबांधा थाने में केस दर्ज किया गया है। इस केस में बच्ची और आरोपी युवक दोनों ही तेलीबांधा इलाके के रहने वाले हैं। 



मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची के इंस्टाग्राम अकाउंट पर आराेपी ने पहले उसे फॉलो किया। बच्ची की तस्वीरों पर तारीफों वाले कमेंट के जरिए उसे इंप्रेस किया। दोनों के बीच बातें होने लगीं और युवक ने प्यार मोहब्बत की बातों में बच्ची को फंसा लिया। बच्ची के परिजनों ने बताया कि दिसंबर के पहले हफ्ते में युवक ने बच्ची को मिलने बुलाया था। घर से तैयार होकर बच्ची भी बॉयफ्रेंड से मिलने पहुंच गई। युवक ने अपने घर ले जाकर बच्ची से संबंध बनाए। घटना के बाद बच्ची डर गई थी, युवक ने भी उस पर किसी से कुछ न कहने का दबाव बनाया। बच्ची भी चुप ही रही। बच्ची को कुछ दिन पहले अचानक तेज सिर दर्द होने लगा। उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। एक दो दिन दवाओं ने असर किया, मगर फिर बच्ची बीमार रहने लगी। एक्सपर्ट डॉक्टर ने जांच के बाद घर वालों से कहा-'आपकी बच्ची प्रेग्नेंट है।' 13 साल की बच्ची 6 सप्ताह की गर्भवती हो चुकी थी। 






अब इस घटना से परेशान परिजन डॉक्टर्स की निगरानी में बच्ची को रख रहे हैं और तेलीबांधा पुलिस से आरोपी युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।





वहीं छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में 13 वर्ष की मासूम को 4 दरिंदों ने हवस का शिकार बनाया। पीड़िता मासूम बिलासपुर के तोरवा क्षेत्र की 13 साल की बच्ची पांचवी कक्षा तक पढ़ी है और अब पढ़ाई छोड़कर घरेलु काम करती है। 




जानकारी के अनुसार गुरुवार की शाम करीब 6.30 बजे वह अपने घरवालों को बताकर मोहल्ले से कुछ दूर सांई मंदिर गई थी। मंदिर से प्रसाद लेकर लौटते समय चार युवकों ने उसे जबरदस्ती रोक लिया। उसके विरोध करने पर युवकों ने मुंह को दबा दिया। फिर पकड़कर उसे पैदल खेत तरफ सूनसान जगह में ले गए। इस दौरान 2 युवक रखवाली कर रहे थे और दो युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।




शर्मनाक वारदात को अंजाम देकर आरोपी युवक भाग निकले थे। इधर, बच्ची के घर नहीं आने से परेशान होकर उसके पिता व परिजन तलाश कर रहे थे। तभी रात करीब 9.30 बजे उन्होंने बच्ची को आते देखा। बच्ची ने आपबीती बताई, तब उसे लेकर परिजन थाना पहुंच गए।





इस घटना के बाद पुलिस ने बच्ची से पूछताछ की, तब पूरी घटना की जानकारी दी। बच्ची युवकों को पहचानती थी। लिहाजा, पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में देर नहीं लगी। रात में ही अपराध दर्ज कर पुलिस ने आरोपी युवकों की तलाश शुरू कर उनके घरों पर नजर रखने लगी। पुलिस ने आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस ने आरोपियों में सूरज यादव, महेश पासी, सूरज सूर्यवंशी और दीपक निषाद को गिरफ्तार कर लिया है।


NCRB ने बताया था- छत्तीसगढ़ में बढ़ा अपराध

पिछले वर्ष NCRB के द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट ने बताया था कि 2 करोड़ 80 लाख की आबादी वाले छत्तीसगढ़ में किस तरह अपराध के आँकड़े बढ़े हैं। NCRB के रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में दुष्कर्म की घटनाएं प्रति एक लाख आबादी में जहां 8.3% थीं, वहीं यह दर बिहार में 1.4%, गुजरात में 1.5% और मध्य प्रदेश में 5.8% थी. 2019 के मुकाबले छत्तीसगढ़ में अपराध काफी बढ़ा है। छत्तीसगढ़ में सामूहिक हत्या के 21, आत्महत्या के 3930 मामले सामने आए। ये आंकड़े 30 जून 2020 तक के हैं। विधानसभा में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया था कि 1 दिसंबर 2018 से इस साल 30 जून तक सामूहिक हत्या के 94 मामले पुलिस ने दर्ज किए हैं। इसी तरह आत्महत्या के 19084 और मानव तस्करी के 111 मामले सामने आए। इस तरह जनसंख्या की आबादी वाले के लिहाज़ से छोटे राज्य में अपराध का आँकड़ा बढ़ा है।

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