हरिद्वार धर्म संसद मामले में जेल में बंद जितेंद्र नारायण त्यागी की पत्नी पर हमला हुआ है. जानकारी मिली है कि जितेंद्र नारायण की पत्नी को कुछ इस्लामिक मौलानाओं ने मार पीट कर घर से निकाल दिया है. इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के ASI जैदी ने भी मौलानाओं का साथ दिया है. जितेंद्र नारायण त्यागी की पत्नी ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है. आपको बता दें कि जितेंद्र नारायण त्यागी पूर्व के वसीम रिजवी हैं तथा इस्लाम त्याग कर सनातन में घर वापसी कर चुके हैं.
जितेंद्र नारायण त्यागी की पत्नी फरहा फातिमा ने इस बारे में सआदतगंज थाना अध्यक्ष को पत्र लिखा है. पत्र में लिखा गया है 20 जनवरी शाम साढ़े 5 बजे के आसपास मेरे घर में कुछ काम चल रहा थ, जिसमें मेरी ममेरी बहन निदा फातिमा पुत्री रईस हुसैन व अन्य निवासीगढ़ घर में कुछ काम करवा रही थी. अचानक से शमील शम्सी पुत्र शमशुल हसन उर्फ ताज, मीसम रिजवी पुत्र इब्ने हसन, शबाब असगर पुत्र गुलाम असगर, अब्बास नकी हुसैन उर्फ पुत्र शहजादे, गुलशन अब्बास पुत्र मुहम्मद हुसैन, शहजाद पुत्र तौफीक हुसैन, कियान रिजवी फैजी पुत्र इब्ने हसन उर्फ हुजूर मियां व सलमान मेरे घर में घुस आये और मेरी ममेरी बहन निदा का काम करने वाले बढाई से गालम - गलौज करने लगे.
मेरी बहन ने इसकी सूचना मुझे दी मैंने तुरन्त थाना सआदतगंज को फोन करके बता दिया और घर की तरफ भागी. मेरे समर्थन में मेरी छोटी बहन अमरीन पत्नी नूर आलम व भाभी उजमा बानो पत्नी सईद रिजवी भी पहुँची. वहाँ पहुँचते ही जो लोग वहाँ पहले से मौजूद थे जिनके नामः मैं पहले लिख चुकी हूँ, मेरे साथ भी धक्का मुक्की व गालमगलौज करने लगे, जबकि वहाँ मौजूद SI जैदी खड़े मूकदर्शक बने देखते रहे और मैं मिन्नतें करती रही.
फरहा फातिमा ने आगे बताया है कि SI जैदी ने जबरन मुझसे मेरे घर की चाबी ले ली और हम सबको घर से निकाल बाहर कर दिया. मैं एक मजबूर महिला मेरे एक सात साल का पुत्र है और मैं अकेली रहती हूँ. मेरा पति जेल में है मेरा कोई सहारा नहीं हैं, मैं किसी तरह अपना जीवन यापन कर रही हूँ. इन हालातों में ऐसी घटना मेरे साथ होना घोर निन्दनीय है । अतः श्रीमान जी से निवेदन यह है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें.