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गाजीपुर में बम मिलना एक बड़े आतंकी साजिश का था हिस्सा... ISI कनेक्शन आया सामने

दिल्ली के गाजीपुर मंदी में बम मिलना वह भी गणतंत्र दिवस से पहले यह महज एक छोटी बात नहीं थी क्योंकि इतने बड़े बम का मिलना एक आतंकी साजिश का हिस्सा था

Prem Kashyap Mishra
  • Jan 17 2022 1:37PM

दिल्ली के गाजीपुर मंदी में बम मिलना वह भी गणतंत्र दिवस से पहले यह महज एक छोटी बात नहीं थी क्योंकि इतने बड़े बम का मिलना एक आतंकी साजिश का हिस्सा था. अब इसकी तफ्तीश में प्रशासन जुट गई है आपको बता दें गाजीपुर के फूल मंडी में एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) की बरामदगी का शक अब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पर गहराता जा रहा है.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आस पास के इलाकों में छापेमारी की लेकिन अब तक कुछ खास हाथ नहीं लगा है. जिस फूल मंडी में इस साजिश को अंजाम देने की प्लानिंग थी, वह गाजियाबाद के बेहद करीब है, ऐसे में टीम मंडी के आस पास के इलाकों की भी तहकीकात कर रही है.

NSG की टीम और बम डिस्पोजल टीम ने बैग में आईईडी होने की जानकारी मिलने के बाद जेसीबी के जरिए एक बड़ा गड्ढा खोदा और फिर बम को निष्क्रिय कर दिया था. IED में RDX का इस्तेमाल होने की वजह से स्पेशल सेल के अधिकारियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पर इसे अंजाम देने का शक है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने स्लीपर सेल के जरिए गाजीपुर के फूल मंडी में बम प्लांट करवाया था. इसके बाद दिल्ली, एनसीआर में कुछ जगहों पर स्पेशल सेल की टीम ने छापेमारी की है.

फिलहाल सुरक्षा एजेंसियों को कोई खास लीड हाथ नहीं लगी है. आईडी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को ज्यादा गंभीरता से ले रही है क्योंकि गाजीपुर फूल मंडी यूपी बॉर्डर से बेहद करीब है.

दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला है कि शुक्रवार को गाजीपुर फूल बाजार से बरामद किए गए IED 24 बमों की खेप का हिस्सा था, जिसे सीमा पार से या तो जमीन के जरिए या समुद्री मार्ग से पाकिस्तानी डीप स्टेट द्वारा स्थानीय आतंकवादियों को भेजा गया था. हाल ही में जम्मू-कश्मीर और पंजाब से बरामद की गईं डिवाइसेज को भी उसी खेप का हिस्सा माना जा रहा है. यह भी माना जा रहा है कि कुछ उपकरणों की तस्करी गुजरात और उत्तर प्रदेश में की गई हो सकती है.

एक सीनियर सुरक्षा अधिकारी ने बताया, “ऐसा मालूम होता है कि भारत में कट्टरपंथी तत्वों को सीमा पार से पूर्व-निर्धारित लक्ष्यों पर डिवाइस लगाने या काम करने के लिए स्थानीय आपराधिक तत्वों का इस्तेमाल करने का काम सौंपा जा रहा है. इसे देखते हुए एक राष्ट्रव्यापी अलर्ट जारी किया गया है ताकि आतंकी हमला टल जाए.” 

 

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