अपने बयानों के लिए मुखर रहने वाले पूरी के शंकराचार्य निश्चलानंद ने एक बड़ा दावा किया है उन्होंने कहा कि भारत को पहल करने की जरुरत है अगर भारत हिन्दू राष्ट्र घोषित होता है तो दुनिया के 15 देश भारत के साथ हिन्दू राष्ट्र बनने की ओर कदम बढ़ाएंगे उन्होंने कहा भारत के हिन्दू राष्ट्र घोषित होते ही 15 राष्ट्र एक वर्ष के उंदर हिन्दू राष्ट्र की तरफ कदम बढाने के लिए तैयार है।
मकर संक्रांति पर गंगासागर में शाही स्नान करने आए शंकराचार्य ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा-'मेरी 52 देशों के उघ्च प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत हुई है। बातचीत में मारीशस, नेपाल, भूटान समेत 15 देशों के प्रतिनिधियों ने इच्छा जताते हुए कहा कि भारत अगर खुद को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देगा तो इससे प्रेरणा लेकर वे भी अपने राष्ट्र को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की दिशा में कदम उठाएंगे।'
वहीँ पूज्य शंकराचार्य ने नेपाल के लिए भी चिंता जाहिर करते हुए कहा नेपाल चीन के अधीन हो गया है। वह उसके हाथों का यंत्र बनता जा रहा है। इस मामले में हमारी विदेश नीति कमजोर साबित हुई है।' कोरोना के साए में गंगासागर मेले के आयोजन पर शंकराचार्य ने कहा- 'कोरोना के दौर में ही विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे और आगे भी होने जा रहे हैं। जब कोई राजनीतिक कार्यक्रम होता है तो राजनेताओं को कोरोना के दर्शन नहीं होते लेकिन धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होने पर कोरोना की बात उठने लगती है।' शंकराचार्य ने कहा कि तीर्थ स्थलों को पर्यटन स्थलों में परिवर्तित नहीं किया जाना चाहिए।
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने यह भी कहा कि दुनियाभर में हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कहीं भी सहन नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि अगर भारत में अल्पसंख्यक आराम से रहते हैं तो बांग्लादेश में हिंदू क्यों नहीं रह सकते हैं? उन्होंने कहा कि आखिर बांग्लादेश भारत से ही तो पैदा हुआ था।