पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर में चूक का मामला थमने का नाम नही ले रहा है. बता दें कि एक प्रेस वार्ता के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बाेला. स्मृति ने कहा कि पंजाब में प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा को भंग होते देख मैंने कांग्रेस नेतृत्व के समक्ष कुछ प्रश्न रखे थे। एक टेलीविजन नेटवर्क ने उन प्रश्नों के कुछ चिंताजनक परिणाम राष्ट्र के सम्मुख रखे हैं। पंजाब पुलिस अधिकारियों के बयान एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल पर सच को उजागर करते हैं।
बता दें कि पंजाब में भारी बारिश के कारण पीएम को सड़क मार्ग से जाना पड़ा लेकिन इस दौरान हुसैनीवाला से 30 किलोमीटर दूर रास्ते में प्रदर्शनकारी मिल गए जिस कारण उनका काफिला तकरीबन 20 मिनट बेहद असुरक्षित क्षेत्र में रुका रहा। जिस इलाके में पीएम मोदी का काफिला रुका था, वह आतंकियों के अलावा हेरोइन तस्करों का गढ़ माना जाता है। जिस वजह से ये मामला तूल पकड़ रहा है.
वहीं प्रेस वार्ता के दाैरान उन्हाेंने कहा कि पंजाब पुलिस के अधिकारी का ये वक्तव्य कि प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा भंग होने की जानकारी वो वरिष्ठ अधिकारियों, पंजाब प्रशासन और सरकार को देते रहे, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ऐसा हस्तक्षेप जो प्रधानमंत्री जी को सुरक्षा दे, ऐसा कुछ नहीं किया गया।
स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं पूछना चाहती हूं कि आखिर पंजाब के पुलिस आला अधिकारी कांग्रेस के किस बड़े नेता के इशारे पर काम कर रहे थे? स्मृति ईरानी ने कहा कि डीजीपी ने बिना जानकारी के प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा टीम को क्यों कहा कि पूरी व्यवस्था और रूट सुरक्षित है। पंजाब के वो कौन कांग्रेस सरकार में आला अधिकारी हैं जो इस अलर्ट के बाद भी प्रधानमंत्री को सुरक्षा देन के लिए कोई भी कदम नहीं उठा रहे थे?
स्मृति ईरानी ने कहा कि पंजाब के सीएम ने पीएम के सुरक्षा प्रोटोकॉल और उल्लंघन के बारे में एक प्राइवेट पार्टी (प्रियंका गांधी वाड्रा) को क्यों जानकारी दी? निजी नागरिक, जो गांधी परिवार का हिस्सा है, इस विषय में इच्छुक क्यों है? गाैरतलब है कि बीजेपी इस मुद्दे काे अभी नही इतनी आसानी से छाेड़ने वाली नही है.