बीएसएफ ने पंजाब के फिरोजपुर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा पर सतलुज नदी से एक पाकिस्तानी नाव बरामद की है। यह नाव खाली थी। बीएसएफ पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। बता दें कि इस इलाके में ड्रग तस्कर काफी सक्रिय हैं। इनके संबंध पाकिस्तानी तस्करों से भी हैं। बीएसएफ ने इन तस्करों के पास से कई बार बड़ी मात्रा में नशीली दवाओं की खेप भी बरामद की है। आपको बता दें प्रधानमंत्री का काफिला भी इसी इलाके में रोका गया था अब जांच एजेंसी इसकी तफ्तीश में जूट गई है की आखिर नाव का नदी में मिला आकस्मिक है या यह सवाल लेकर आया है।
पांच जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला भी फिरोजपुर जिले में फंस गया था। पाकिस्तान से सीमा लगने की वजह से फिरोजपुर बेहद संवेदनशील इलाका है। पीएम का काफिला बुधवार को तकरीबन 20 मिनट बेहद असुरक्षित एरिया में रुका रहा। जिस इलाके में मोदी का काफिला रुका था, वह आतंकियों के अलावा हेरोइन तस्करों का गढ़ माना जाता है। पिछले साल सितंबर माह में इसी क्षेत्र में आतंकी वारदात को अंजाम दिया गया था।
तलवाई भाई से कुछ दूरी पर जहां काफिला रुका, वहां से भारत-पाक सीमा महज 30 किलोमीटर दूर है और इस क्षेत्र में लगातार टिफिन बम और अन्य विस्फोटक पदार्थ मिलते रहे हैं। जलालाबाद कस्बे में 15 सितंबर 2021 में धमाका हुआ, वह भी फिरोजपुर के नजदीक है और केंद्रीय एजेंसियों की जांच में साफ हो चुका है कि वह आतंकी हमला था।
जहां से पाक नाव बरामद की गई है, यही से सतलुज नदी पाकिस्तान से भारत में प्रवेश करती है। कई बार यहां से तस्करों को हेरोइन संग पकड़ा जा चुका है। वहीं इस इलाके में हथियारों की तस्करी भी पाकिस्तान करता है। बता दें कि फिरोजपुर पंजाब का बेहद संवेदनशील जिला है।
गौरतलब है कि इससे पहले गुजरात में भी भारतीय तटरक्षक और गुजरात एटीएस ने संयुक्त रुप से चालक दल के साथ पाकिस्तानी नाव अल हुसैनी को पकड़ा था। भारतीय तटरक्षक का कहना था कि, गश्त के दौरान पाकिस्तानी नौका को पकड़ा गया। वहीं वोट में सवार 6 लोगों को सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार कर लिया था।