दिल्ली में एक लव जिहाद का मामला प्रकाश में आया है दिल्ली निवासी एक युवती मूल रूप से रामपुर की रहने वाली है। युवती की मुलाकात वर्ष 2017 में रामपुर के एक मंदिर में हुई थी। जहां उसने अपना नाम रोहन और दिल्ली का निवासी बताया था। उसने युवती से दोस्ती कर ली फिर कुछ दिनों बाद दिल्ली चला गया। वहां पर बिलाल अहमद के नाम से फेसवुक पर फॉलो करना लगा। उसने खुद को धर्म निरपेक्ष एंव हिंदू धर्म की मान्यता रखने वाला बताया। रोहन नाम बताने पर माफी भी मांगी।
उसके बाद फिर सितंबर 2018 में उसने दिल्ली बुलाया। वहां से आगरा घुमाने के नाम पर ले गया। आगरा में उसने बीमार होने का नाटक कर रूम बुक कराया। रात होने पर जूस में नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया। पीड़िता ने कहा कि जहां उसकी अश्लील तस्वीरें खींची और ब्लैक मेल करने लगा। युवक की बात मानने पर हिंदू रीति रिवाज से शादी करने को कहा। नवंबर 2020 में उस पर शादी के लिए मानसिक दबाव बनाया गया। दिल्ली के एक मोहल्ले में ठहराया गया। 14 दिसंबर को चाचा के रूम में कुछ लोगों की मौजूदगी मे बंद कमरे में निकाह किया गया। अप्रैल 2021 में वह एक अन्य फ्लेट में रखने लगा।
उसी शादी को सच मानकर पत्नी के रूप में रहने लगी। इसके बाद युवक ने टार्चर करना शुरू किया। छह महीने साथ रखकर 17 सितंबर को उसे ऋषिकेष घूमने भेजकर पीछे से भाग गया। इस पर वह यहां शहर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले में घर पर पहुंची। इस पर यहां पर बिलाल अहमद ने कहा कि जितना इस्तेमाल करना था वह कर चुका हूं। इस पर उसने कहा कि मै तुम्हारी पत्नी हूं अब कहां जाऊंगी। इस पर वह बिलाल अहमद के माता पिता से इंसाफ मागने लगी। इस पर वह कहने लगे कि तीन चार लाख रुपये ले लो ओर चली जाओ।
विरोध करने पर कुछ लोगों ने शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की। बिलाल की मां और बहन भी मारने लगी। इस पूरे मामले में पीड़िता ने बिलाल अहमद, हिला अहमद, गुफरान अहमद, शगुफ्ता परवीन, जवा और हसन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।युवती की फरियाद पर पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ के निर्देश के बाद यहां शहर कोतवाली पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।