उत्तर प्रदेश में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं षडियंत्र समीकरण तैयार किए जा रहे है। आप भी ऊपर टाइटल पढ़कर कंफ्यूज हो रहे होंगे कि आखिर हम कहना क्या चाह रहे है तो आपको बता दें एक महिला जो मुस्लिम समुदाय से ताल्लुकात रखती है उसके वोटर लिस्ट में 10 जगह नाम और फोटो हैं जिसके बाद पूरी जाँच प्रक्रिया की जा रही है इसके बाद सवाल उठ रहे हैं क्या यह चुनाव को मध्यनजर रखते हुए किया जा रहा है ? क्या इसके पीछे कोई बड़ी षडयंत्र है ? यह लापरवाही है या गुनाह ?
बता दें चुनाव आयोग के आदेश पर मेरठ जिले के 2947 बूथों पर मतदाता विशेष अभियान चला। किसी का नाम दर्ज होने से रह न जाए या कोई गलत नाम चढ़ न जाए तो इसके लिए सभी सतर्क रहे। इसी सतर्कता के तहत मेरठ कैंट विधानसभा क्षेत्र के दीवान पब्लिक स्कूल के बूथ पर एक महिला के 10 जगह नाम मिले। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सुरेश जैन रितुराज ने इस पर आपत्ति दर्ज की। अधिकारियों ने उचित कार्रवाई की बात कही।
मेरठ कैंट विधान सभा बूथ नंबर 264, दीवान पब्लिक स्कूल ,वेस्ट एंड रोड कमरा नंबर- 4 में अनुभाग संख्या- 2 साउथ एंड रोड भूसा मंडी पर दिलकश नामक महिला के 10 वोट बने हुए थे। दिलकश पिता का नाम याकुश मकान संख्या 240 के मतदाता संख्या 937, 938 ,940, 942, 943 ,944, 945, 946 ,947 और 948 पर एक ही नाम से वोट बनी है। छावनी मंडल प्रभारी और उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सुरेश जैन रितुराज ने मंडल अध्यक्ष विशाल कनौजिया के साथ जब नव मतदाता अभियान के अंतर्गत भवन में उक्त भवन में जाकर वोटर लिस्ट का निरीक्षण किया तो एक ही महिला के 10 वोट देकर चकित रह गए। इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गई है।
इस तरह की गलती का सामने आना वोटर लिस्ट रिवीजन के काम पर प्रश्नचिन्ह उठा रहा है। मतदाता सूची में गड़बड़ियों को रोकने को लेकर सख्ती का दावा किया जा रहा है और इस तरह की गलतियों को पकड़ने के लिए दफ्तरों में सॉफ्टवेयर भी उपलब्ध कराया गया है। इसके बावजूद एक वोटर लिस्ट में दस एक से नाम से वोट बनना प्रक्रिया में लापरवाही और गड़बड़ी दोनों को दिखाता है। प्रशासन की ओर से इस बारे में मीडिया को बताया गया है कि मामले की जांच करके इसका समाधान कराया जाएगा।