एक तरफ जहाँ पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन कर पीएम मोदी जनता की सुविधा बढ़ा रहे है वही सिख समुदाय के श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए गुरु पर्व से ठीक पहले मोदी सरकार ने अच्छी खबर देकर उनके चेहरे की रौनक बढ़ा दी है। बता दें गुरु पर्व को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार ने 17 नवंबर से करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलने का फैसला किया है। और ये खुशखबरी खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दी है। करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में किया था।
आपको बता दें सिख समुदाय के श्रद्धालुओं को ये खुशखबरी देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इससे बड़ी संख्या में सिख तीर्थयात्रियों को फायदा होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यह निर्णय श्री गुरु नानक देव जी और हमारे सिख समुदाय के प्रति मोदी सरकार की अपार श्रद्धा को दर्शाता है।
जानकारी के लिए आपको बता दें इस कॉरिडोर का उद्घाटन 9 नवंबर, 2019 को किया गया था। अगस्त के महीने में
पाकिस्तान ने भारत समेत 11 देशों की यहां यात्रा पर प्रतिबंध लगाया था।
डेल्टा वैरिएंट के प्रकोप की वजह से पाकिस्तान ने 22 मई से लेकर 12 अगस्त
तक भारत को 'सी' कैटेगरी में डाल दिया था। 16 मार्च, 2020 को भारत और
पाकिस्तान ने कोविड-19 को देखते हुए अस्थाई तौर पर करतारपुर साहिब की
यात्रा पर प्रतिबंध लगाया था
बीते दिनों पंजाब के भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और गुरुद्वारा करतारपुर कॉरिडोर को खोलने की मांग की थी। प्रतिनिधिमंडल ने 19 नवंबर को गुरु नानक जयंती से पहले इस कॉरिडोर को खोलने का आग्रह किया था, ताकि श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारे में जाकर मत्था टेक सकें। जिसके बाद पिछले महीने मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी और
गृहमंत्री अमित शाह को खत लिख कर कहा था कि श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा
घूमने की इजाजत दी जाए।
प्रधानमंत्री से मिलने वाले भाजपा प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, महासचिव तरुण चुग और दुष्यंत गौतम समेत एक दर्जन नेता शामिल थे। बता दें कि यह कॉरिडोर कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से ही बंद है।