देश में बढ़ती मंहगाई पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सफाई देते हुए कहा कि भारत में मंहगाई ज्यादा समय तक नहीं रहेगी। पेट्रोलियम सेक्टर में हुए कम निवेश के कारण ही मंहगाई बढ़ी है। हमें पेट्रोलियम दूसरे देश से मंगवाना पड़ रहा है, जिसकी वजह से मंहगाई अस्थिर है। हालांकि, वित्त मंत्रालय में लेखा महानियंत्रक (सीजीए) ने एक आंकड़ा जारी कर बताया है कि "चालू वित्तीय वर्ष के पहली छमाही में पेट्रोलियम सेक्टर में सरकार का उत्पादन शुल्क कलेक्शन 1.71 लाख करोड़ रुपये रहा है। जो कि गत वर्ष की समान अवधि से अधिक है। बीते साल 2020-21 में सरकार का कुल उत्पाद संग्रह 3.89 लाख करोड़ रुपये रहा था। जो कि 2019 के 95,930 करोड़ से 79 फीसद अधिक है।"
धर्मेंद्र प्रधान ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की। पीएम मोदी और योगी की सराहना करते हुए विपक्ष को आड़े हाथ लिया। कांग्रेस को परिवारवाद की पार्टी बताते हुए प्रधान ने भारत के विकास की रफ्तार कम होने का जिम्मेदार ठहराया। अमेठी का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस अमेठी ने गांधी परिवार को बसाया, उसी क्षेत्र की जनता ने अब कांग्रेस को आईना दिखा दिया है। साथ ही समाजवादी पार्टी को भी लताड़ लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव अब राज्य के लोगों को मुफ्त बिजली देने का दावा करते हैं। जिसने अपने शासनकाल में पैसे लेकर भी सही से बिजली नहीं दी।
उत्तर प्रदेश के मुखिया की तारीफ करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने राज्य में विकास की गाड़ी को तेज गति से दौड़ाया है। राज्यवासियों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया है। साथ ही कानून-व्यवस्था को भी काफी हद तक सुधारा है।